उज्जैन में हवाओं का हंगामा, महाकाल लोक की कई मूर्तियां जमीन पर गिरी

उज्जैन । मध्य प्रदेश में रविवार को जमकर हवाओं और तूफान ने हंगामा किया, यहां कई स्थानों पर पेड़ गिरे, बिजली के खंभे टूटे वहीं उज्जैन के महाकाल लोक परिसर में स्थापित सप्तर्षियों की प्रतिमाओं में से कई प्रतिमाएं अपने पेडेस्टल से नीचे गिर गई हैं।
तेज आंधी, तूफान और बवंडर ने उज्जैन में बड़ा नुकसान किया। कई स्थानों पर पेड़ गिर गए, वाहनों केा नुकसान हुआ, इसके अलावा सबसे ज्यादा नुकसान महाकाल लोक परिसर में स्थापित सप्तर्षियों की प्रतिमाओं में से कई के जमीन पर गिरने से हुआ। मूर्तियां खंडित हेा गई और पर्यटकों केा वहां से बाहर निकाला गया। किसी भी पर्यटक को चोट नहीं आई है।
महाकाल लोक की प्रतिमाएं जमीन पर गिरने पर कांग्रेस ने हमला बोला है। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा है, मध्य प्रदेश की तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने जब उज्जैन में महाकाल मंदिर परिसर का भव्य निर्माण करने का संकल्प लिया था तब इस बात की कल्पना नहीं की थी कि बाद की सरकार महाकाल लोक के निर्माण में भी गंभीर अनियमितता करेगी।
आज जिस तरह से महाकाल लोक परिसर में आंधी चलने से देव प्रतिमाएं जमीन पर गिर गईं, वह दृश्य किसी भी धार्मिक व्यक्ति के लिए अत्यंत करुण दृश्य है। मैं मुख्यमंत्री से मांग करता हूं कि महाकाल लोक में जो प्रतिमाएं गिरी हैं, वहां नई प्रतिमाएं तुरंत स्थापित की जाएं और घटिया निर्माण करने वालों को जांच कर दंडित किया जाए।
राज्य के ेकई अन्य हिस्सों में भी बाशि हुई और तूफान ने नुकसान किया है। गुना तेज बारिश हुई वहीं राघोगढ़ में तो आंधी तूफान से बिजली के खंभे टूट गए और ट्रांसफार्मर गिर गए. रायसेन में आंधी के कारण टेंट उखड़ गए वहीं सीहोर में भी आंधी का असर रहा.



