महतारी वंदन योजना की पहली किस्त जारी: PM नरेंद्र मोदी ने 70 लाख महिलाओं के खाते में ट्रांसफर किए पैसे

रायपुर. छत्तीसगढ़ में महतारी वंदन योजना की पहली किस्त जारी कर दी गई है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 70 लाख 12 हजार 800 पात्र आवेदकों को योजना के पहले चरण में 655 करोड़ 57 लाख रुपये की राशि डीबीटी के माध्यम से ट्रांसफर की है. इस योजना के तहत हितग्राही महिलाओं को 1-1 हजार रुपये मिलेंगे. रायपुर के साइंस कॉलेज मैदान में महतारी वंदन सम्मेलन का आयोजन किया गया. पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज छत्तीसगढ़ को महतारी वंदन योजना को समर्पित किया है. 70 लाख से ज्यादा महिलाओं को 1 हजार रुपये हर महीने देने का वादा किया था. बीजेपी सरकार ने अपना वादा पूरा किया है. आज पहली किस्त जारी कर दी गई है. बाबा विश्वनाथ की धरती से मैं आप सभी से बात कर रहा हूं. महिलाओं के खातों में अब हर महीने पैसे आते रहेंगे. सरकार की प्राथमिकता महिलाओं का कल्याण है.
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि देश में 1 करोड़ से ज्यादा लखपति दीदी बन चुकी है. यह एक बड़ी आर्थिक शक्ति बन गई है. हमने संकल्प कर लिया है कि देश की अब 3 करोड़ लखपति दीदी बनाएंगे. गर्भवति महिलाओं को 5 हजार रुपये की मदद मिल रही है. हर घर में आज महिलाओं के लिए इज्जत घर है. बीजेपी ने अपने वादा पूरा किया है. बीजेपी सरकार के बनने के कम समय में महतारी योजना का वादा पूरा हुआ है. हमने गारंटी दी थी कि 18 लाख पक्के घर बनाएंगे. सरकार बनने के दूसरे दिन ही काम शुरू कर दिया गया. किसानों को 2 साल का बकाया बोनस मिला. धान खरीदी का वादा भी सरकार ने पूरा किया है.
सीएम साय बोले- यह सौभाग्य की बात
महतारी वंदन सम्मेलन को संबोधत करते हुए महिला एवं बाल विकास मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रेरणा और संकल्प से इस योजना का जन्म हुआ है. आज छत्तीसगढ़ के लिए ऐतिहासिक दिन है. योजना के माध्यम से माता और बहनों को हर महीने एक हजार रुपये और हर साल 12 हजार रुपये की राशि हस्तांतरित की जाएगी. महिलाओं की आर्थिक समानता को दूर करने के लिए यह कदम उठाया जा रहा है. महतारी वंदन योजना महिलाओं की आर्थिक सहायता प्रदान करेगी. 655 करोड़ रुपये की राशि महिलाओं के खातों में जाएगी. 100 दिनों के अंदर में योजना को पूरी करने और लागू की गई है. डबल इंजन की सरकार महिलाओं के सशक्तिकरण और सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध है. बाल विवाह एक बड़ी बाधा है. छत्तीसगढ़ को इससे मुक्त करना है.