
एमपीआईडीसी के साथ प्राधिकरण के स्टार्टअप पार्क में भी आईटी कम्पनियों को मिलेगी जगह
एक करोड़ स्क्वेयर फीट निर्मित क्षेत्र विकसित होगा आईटी सेक्टर में…
भोपाल : बुधवार, जून 28, 2023/ चुनाव से पहले प्रदेश शासन नई आईटी पॉलिसी घोषित करेगा, जिसका प्रारुप अभी तैयार किया गया है और विभागीय मंत्री ने इसकी समीक्षा भी की। लगभग एक करोड़ स्क्वेयर फीट निर्मित क्षेत्रफल भोपाल सहित प्रदेशभर में आईटी सेक्टर के लिए विकसित किया जाएगा, ताकि छोटी-बड़ी कम्पनियों को काम करने के लिए जगह मिल सके। 2 लाख नई आईटी नौकरियों के साथ-साथ 10 हजार करोड़ तक का नया निवेश हो सकेगा। एमपीआईडीसी अभी खंडवा रोड स्थित अपने मौजूदा आईटी पार्क परिसर के पीछे खाली पड़ी 5 एकड़ जमीन पर तीसरा नया आईटी पार्क निर्मित भी करवा रही है, जिसके 430 करोड़ के टेंडर कुछ समय पूर्व मंजूर किए जा चुके हैं। वहीं प्राधिकरण के प्रस्तावित स्टार्टअप पार्क में भी आईटी कम्पनियों के लिए प्रावधान किया जा रहा है।
लगभग तीन साल पहले शासन ने आईटी पॉलिसी घोषित की थी। दरअसल प्रदेश में बीते कुछ समय में भी टीसीएस-इन्फोसिस के बाद ढेर सारी आईटी कम्पनियां आ गई है और निजी क्षेत्र के भी बिल्डरों-डेवलपरों ने इन आईटी कम्पनियों के लिए व्यवसायिक कॉम्प्लेक्स निर्मित किए हैं। अब शासन संशोधन के साथ नई आईटी पॉलिसी को जल्द ही लागू करने जा रहा है, ताकि आईटी हब के रूप में प्रदेश को देश के मानचित्र पर उभारा जा सके। 2023 की जो नई आईटी पॉलिसी तैयार की जा रही है उसमें सभी तरह की आधुनिक और मूलभूत सुविधाएं आईटी कम्पनियों को उपलब्ध कराई जाएगी। प्लग एंड प्ले पॉलिसी के तहत निर्मित क्षेत्रफल आईटी कम्पनियों को अधिक लगता है, लिहाजा अब लगभग एक करोड़ स्क्वेयर फीट तक का और निर्मित क्षेत्रफल वर्तमान प्रोजेक्टों के अलावा विकसित किया जाएगा। यहां तक कि प्राधिकरण द्वारा भी सुपर कॉरिडोर पर 21 एकड़ में जो स्टार्टअप पार्क निर्मित करवाया जा रहा है उसमें भी आईटी सेक्टर के लिए विशेष प्रावधान किए गए हैं। फाइव स्टार होटल, शॉपिंग मॉल, कन्वेंशन सेंटर, पार्किंग कॉम्पलेक्स के साथ स्टार्टअप और आईटी कम्पनियों को यहां निर्मित जगह उपलब्ध कराई जाएगी। इतना ही नहीं, एमपीआईडीसी जो इंदौर-पीथमपुर कॉरिडोर बना रहा है उसमें भी एयरो सिटी की प्लानिंग की गई है और उसमें भी डाटा सेंटर, मीडिया पार्क, फिल्म, फिन्टैक सिटी, होटल सहित आईटी कम्पनियों के लिए भी प्रावधान किए जा रहे हैं। वहीं खंडवा रोड स्थित आईटी पार्क तो सुपरहिट है ही, वहीं सिंहासा में भी आईटी पार्क निर्मित किया गया है। 5 एकड़ जमीन पर तीसरा नया आईटी पार्क भी 21 मंजिला ऊंचा बनाया जा रहा है। कुछ समय पूर्व ही रायपुर की डीवी कम्पनी को इस आईटी पार्क के निर्माण का ठेका दिया गया है। यहां पर भी डाटा सेंटर, होटल के साथ पार्किंग कॉम्प्लेक्स की सुविधा रहेगी, तो दूसरी तरफ जो 3200 एकड़ का इकोनॉमिक कॉरिडोर है उसमें भी एयरपोर्ट के पास एयरो सिटी की प्लानिंग की जा रही है। इसमें भी आईटी सेक्टर को विशेष तवज्जो दी जाएगी, क्योंकि इंदौर एयरपोर्ट से इस कॉरिडोर के साथ-साथ पीथमपुर औद्योगिक क्षेत्र की भी सीधी और आसान कनेक्टीविटी है, तो दूसरी तरफ इंदौर-अहमदाबाद हाईवे के साथ-साथ आगरा-मुंबई हाईवे भी राऊ-पीथमपुर रोड के जरिए इससे सीधा जुड़ेगा। कल भोपाल में प्रस्तावित आईटी, आईटीईएस और ईएसडीएम पॉलिसी की समीक्षा विज्ञान और प्रौद्योगिकी तथा एमएसएमई मंत्री ओमप्रकाश सकलेचा ने की। उन्होंने बताया कि राज्यभर में मॉडर्न आईटी पार्क प्लग एंड प्ले सहित रेडी टू बिल्ट फैक्ट्रियां तैयार की जाएंगी।