किसान आत्महत्या मामले में कांग्रेस की जांच टीम पहुंची मृतक के घर

नारायणपुर। कुकड़ाझोर गांव में बीते 12 दिसंबर को एक किसान के आत्महत्या करने के मामले में प्रदेश कांग्रेस कमेटी द्वारा गठित 5 सदस्यीय जांच टीम मृत किसान हीरु बढ़ई के घर पहुंची और यहां उनके परिजनों से मुलाकात कर ढांढस बंधाया साथ ही परिजनों के साथ-साथ गांव वाले के भी बयान दर्ज किए, कांग्रेस की जांच टीम ने अपने प्रारंभिक जांच में पाया कि किसान ने सवा लाख रुपये के कर्ज नही चुका पाने के चलते कीटनाशक दवाई खाकर आत्महत्या कर ली है। जांच समिति के सदस्यों का कहना है कि वह जल्द ही परिजनों और ग्रामीणों के बयान दर्ज करने के बाद एक रिपोर्ट बना कर पीसीसी को सौपेंगे।
जांच कमेटी के संयोजक लखेश्वर बघेल ने बताया कि किसान ने कर्ज तले दबे होने से आत्महत्या करने की कांग्रेस के प्रारंभिक जांच में पुष्टि हुई है। उन्होने बताया कि परिजनों के बयान के आधार पर पता चला है कि किसान हीरू अपने पूरे परिवार का पालन पोषण अकेले करता था। पत्नी और दोनो बेटों के साथ वह अपनी सास का भी पालन पोषण करता था, हीरु के पास 9 एकड़ खेत है और इस साल मौसम की बेरुखी के चलते उसके 9 एकड़ खेत में केवल 70 बोरी ही धान की पैदावार हुई। कुछ दिन पहले ही बैंक की तरफ से हीरू पर 1 लाख 24 हजार रूपये का कर्ज चुकाने का नोटिस भेजा गया, जिसे लेकर वह चिंतित रहा करता था। बेटे के विवाह के लिए रकम का इंतजाम कैसे होगा, इस बात का जिक्र वह प्राय: अपने परिजनों के सामने करता था और आखिरकार तनाव में आकर किसान हीरू ने इस तरह का कदम उठाया। लखेश्वर बघेल का कहना है कि पूरी रिपोर्ट तैयार करने के बाद इसे पीसीसी को सौपा जाएगा और उसके बाद इस पर निर्णय लिया जाएगा कि आगे कांग्रेस के द्वारा क्या कदम उठाया जाएगा।