
रायपुर, 13 जून 2025 9 जून को छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले के कोण्टा डिविजन में हुए IED ब्लास्ट में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (ASP) आकाश राव शहीद हो गए। इस घटना की जांच अब राज्य जांच एजेंसी (SIA) को सौंपी गई है। इस संबंध में गृह विभाग ने आदेश जारी किया है।
पुलिस महानिदेशक (DGP) अरुण देव गौतम और SIA निदेशक अंकित गर्ग ने जांच टीम को विशेष निर्देश दिए हैं। इस टीम का नेतृत्व पुलिस अधीक्षक (SP) नीरज चंद्राकर कर रहे हैं। टीम में एक SP, एक ASP, एक निरीक्षक (TI) और एक उपनिरीक्षक (SI) समेत कुल 6 पुलिसकर्मी शामिल हैं।
सूत्रों के मुताबिक, SIA टीम अगले दो दिनों के भीतर सुकमा रवाना होगी। टीम मौके से सबूत जुटाएगी और IED लगाने वाले नक्सलियों की पहचान कर उन्हें पकड़ने की कोशिश करेगी।
ब्लास्ट में SDOP, TI घायल; ASP राव की मौत
यह घटना 9 जून को दोंड्रा गांव में कोण्टा-एर्राबोर रोड पर हुई, जहां IED ब्लास्ट हुआ। ASP आकाश राव गंभीर रूप से घायल हो गए। दोनों पैर उड़ जाने के कारण अस्पताल पहुंचने से पहले ही उनकी मौत हो गई। ब्लास्ट में SDOP भानुप्रताप चंद्राकर और TI सोनल गवला भी घायल हुए हैं। अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (ADG) विवेकानंद सिन्हा ने इस घटना को नक्सली जाल बताया है।
जानकारी के अनुसार, नक्सलियों ने 8 जून की रात दोंड्रा गांव स्थित एक खदान में JCB मशीन और अन्य उपकरणों को आग के हवाले कर दिया था। इसके बाद घटनास्थल से थोड़ी दूरी पर उन्होंने लगभग दो फीट गहराई में IED प्लांट किया।
ASP राव की टीम घटना स्थल का निरीक्षण कर लौट रही थी, तभी ब्लास्ट हुआ। SDOP चंद्राकर और TI गवला को रायपुर के एक निजी अस्पताल में भर्ती किया गया है। TI गवला ने अधिकारियों को बताया कि विस्फोट के बाद फायरिंग भी हुई थी। पुलिस का मानना है कि पास ही पुलिस थाना (सिर्फ 2 किलोमीटर की दूरी पर) होने के कारण नक्सली और हमला नहीं कर सके।
राज्य जांच एजेंसी (SIA) क्या है?
छत्तीसगढ़ सरकार ने मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में एक साल पहले राज्य जांच एजेंसी (SIA) का गठन किया था। यह एजेंसी राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) की तर्ज पर कार्य करती है। SIA का मुख्य फोकस नक्सलवाद, धर्मांतरण और गो-तस्करी से संबंधित मामलों की जांच करना है।
वर्तमान में SIA में कुल 26 अधिकारी हैं। ये अधिकारी सीधे DGP और गृह विभाग को रिपोर्ट करते हैं। जम्मू-कश्मीर के बाद छत्तीसगढ़ दूसरा राज्य है, जहां SIA का गठन किया गया है।
SIA को मिलेगा NAFIS एक्सेस
SIA को जल्द ही पुलिस विभाग की NAFIS प्रणाली (National Automated Fingerprint Identification System) की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। यह एक राष्ट्रीय क्राइम रिकॉर्ड्स ब्यूरो (NCRB) की परियोजना है, जिसमें 18 राज्यों की पुलिस आपस में अपराधियों की फिंगरप्रिंट और पहचान की जानकारी साझा करती है।
SIA को राज्यभर में स्वतंत्र जांच का अधिकार है। उन्हें किसी जिले में कार्रवाई करने से पहले स्थानीय SP या थाना प्रभारी को सूचित करने की जरूरत नहीं है। कार्रवाई के बाद संबंधित अधिकारियों को जानकारी दी जाएगी।