CG : राज्य बाल संरक्षण आयोग ने महिला को दिलाया न्याय, नोटिस के बाद पिता ने बच्चो को मां को सौंपा
रायपुर। राज्य बाल संरक्षण आयोग के पास पहुंची और विलाप करने लगी इस प्रकरण में भी बाल आयोग के द्वारा नोटिस जारी करने पर ही पिता के द्वारा बच्चों को माता को सौंप दिया गया.. माननीय पीठासीन सदस्य सोनल कुमार गुप्ता का कहना है कि समाज का जो दृश्य अभी लगातार आयोग में प्रकरणों के माध्यम से सामने आ रहा है वह बहुत चिंतनीय और निंदनीय है. शादी के पश्चात माता-पिता में अपरिपक्वता व आपसी तालमेल नहीं होने से. इसका सीधा दुष्प्रभाव उसे बढ़ते हुए बच्चे के जीवन और कैरियर पर पड़ता है जिसका इस पूरे मामले से कोई लेना-देना नहीं है बच्चे तो भगवान का रूप होते हैं उनके जीवन को अंधकार में और असुविधा में डालना कहीं से भी उचित नहीं है. इस प्रकार राज्य बाल संरक्षण आयोग लगातार संविधान में प्राप्त अधिकार और शक्तियों के तहत समाज और बच्चों के प्रति अपनी परस्पर ईमानदारी पूर्वक और भूमिका निभाने में समर्पण के साथ कार्यरत है.