क्रेडा के सीईओ राजेश सिंह राणा ने ‘ऊर्जा संरक्षण: एक सतत् कल को सशक्त बनाना’ विषय पर श्री शंकराचार्य इंस्टीट्यूट ऑफ प्रोफेशनल मैनेजमेंट एंड टेक्नोलॉजी (SSIPMT) द्वारा आयोजित कार्यशाला में मुख्य अतिथि के रूप में भाग लिया, पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता और ऊर्जा संरक्षण पर जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से छात्रों के लिए आयोजित सत्र
रायपुर, 30 सितंबर 2024/ श्री शंकराचार्य इंस्टीट्यूट ऑफ प्रोफेशनल मैनेजमेंट एंड टेक्नोलॉजी (SSIPMT), रायपुर ने ‘ऊर्जा संरक्षण: एक सतत् कल को सशक्त बनाना’ विषय पर एक कार्यशाला का आयोजन किया। छत्तीसगढ़ राज्य अक्षय ऊर्जा विकास अभिकरण (क्रेडा) द्वारा प्रायोजित इस कार्यक्रम का उद्देश्य युवाओं में पर्यावरणीय चिंताओं के प्रति जागरूकता बढ़ाना और उन्हें ऊर्जा संरक्षण के महत्व को समझाते हुए इस दिशा में सक्रिय कार्य करने के लिए प्रेरित करना था। कार्यशाला में विभिन्न शाखाओं के लगभग 200 विद्यार्थियों ने भाग लिया।
यह कार्यशाला दो चरणों में आयोजित की गई थी। पहले चरण में, 28 सितंबर 2024 को, छात्रों के लिए पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता आयोजित की गई, जिसमें संस्थान के विद्यार्थियों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया और अपनी कला और विचारों से ऊर्जा संरक्षण के महत्व को रेखांकित किया।
कार्यशाला का दूसरा चरण 30 सितंबर 2024 को आयोजित किया गया, जिसमें क्रेडा के मुख्य कार्यपालन अधिकारी (सीईओ) राजेश सिंह राणा मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित हुए। उनके साथ क्रेडा के कार्यपालन अभियंता जे.एन. बैगा और परियोजना समन्वयक डॉ. प्रियंका पचौरी मिश्रा भी उपस्थित थीं। कार्यक्रम का स्वागत और उद्घाटन SSIPMT के अध्यक्ष निशांत त्रिपाठी, प्राचार्य डॉ. आलोक जैन, और समन्वयक डॉ. अपूर्व वर्मा द्वारा किया गया। इस दौरान CSE शाखा के समन्वयक डॉ. योगेश कुमार राठौड़ और अन्य वरिष्ठ सदस्य भी कार्यक्रम में शामिल रहे।
मुख्य अतिथि राजेश सिंह राणा ने पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता के विजेताओं को पुरस्कार प्रदान किए और छात्रों को ऊर्जा संरक्षण के महत्व के बारे में विस्तार से संबोधित किया। उन्होंने ऊर्जा संसाधनों के विवेकपूर्ण उपयोग और सतत विकास के लिए इसे आवश्यक बताया। श्री राणा ने युवाओं को भविष्य की चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार होने की प्रेरणा दी और उन्हें पर्यावरण को संरक्षित करने में उनकी भूमिका के बारे में जागरूक किया। इसके बाद एक प्रश्नोत्तरी सत्र भी आयोजित किया गया, जिसमें छात्रों ने ऊर्जा संरक्षण और सतत विकास से जुड़े अपने सवालों के जवाब प्राप्त किए।
डॉ. प्रियंका पचौरी मिश्रा ने भी कार्यशाला के दौरान प्रेजेंटेशन के माध्यम से ऊर्जा संरक्षण की चुनौतियों और उनके समाधानों पर प्रकाश डाला। उन्होंने ऊर्जा बचत और अक्षय ऊर्जा संसाधनों के महत्व पर छात्रों को जागरूक किया और उन्हें विभिन्न उपायों के बारे में जानकारी दी।
कार्यक्रम के समापन के दौरान अतिथियों और अधिकारियों को स्मृति चिन्ह भेंट किए गए। अंत में, डॉ. अपूर्व वर्मा ने धन्यवाद ज्ञापन के साथ कार्यशाला का सफलतापूर्वक समापन किया।
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