अच्छी ख़बर : 8 साल बाद फिर दौड़ेगा रायपुर स्काईवॉक, 37 करोड़ की मंजूरी, अब नहीं रुकेगा काम

रायपुर, 16 मई 2025
रायपुर का अधूरा स्काईवॉक प्रोजेक्ट फिर से शुरू, 37.75 करोड़ की स्वीकृति
छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में वर्षों से अधूरा पड़ा स्काईवॉक प्रोजेक्ट एक बार फिर सुर्खियों में है। लगभग 8 साल से अधूरे इस प्रोजेक्ट को अब वर्तमान बीजेपी सरकार पूरा करने जा रही है। लोक निर्माण विभाग ने इसके लिए टेंडर प्रक्रिया पूरी कर ली है और 37 करोड़ 75 लाख 70 हजार 682 रुपए की प्रशासनिक मंजूरी भी मिल चुकी है।
पीएसएस कंस्ट्रक्शन को सौंपा गया कार्य
लोक निर्माण विभाग मंत्रालय की ओर से जारी आदेश के अनुसार, यह कार्य पीएसएस कंस्ट्रक्शन प्रा. लि. रायपुर को सौंपा गया है। यह वही प्रोजेक्ट है, जिसे पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में शुरू किया गया था, लेकिन कई तकनीकी और प्रशासनिक अड़चनों की वजह से अधूरा रह गया था।
डिजाइन और गुणवत्ता पर विशेष जोर
करीब 1.5 किलोमीटर लंबे स्काईवॉक में 12 स्थानों पर चढ़ने और उतरने के लिए एस्केलेटर लगाए जाएंगे, जिनके पास सामान्य सीढ़ियां भी बनाई जाएंगी। इसके अलावा दो स्थानों पर अतिरिक्त सीढ़ियां भी निर्मित होंगी।
इस बार निर्माण कार्य की गुणवत्ता, डिजाइन और पर्यावरणीय मानकों पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए गए हैं। विभाग ने तय समयसीमा में कार्य पूर्ण करने के निर्देश भी दिए हैं। नई स्वीकृत लागत पिछले अनुमान से 20.17% अधिक है।
2017 में हुआ था स्काईवॉक का शुभारंभ
यह स्काईवॉक प्रोजेक्ट 2017 में शुरू हुआ था। इसका उद्देश्य था कि रेलवे स्टेशन, शास्त्री चौक और जय स्तंभ चौक जैसे अत्यधिक भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में पैदल यात्रियों को ट्रैफिक से राहत मिले और शहर को एक आधुनिक रूप दिया जा सके। हालांकि, निर्माण के दौरान कई बाधाएं आईं और यह प्रोजेक्ट अधूरा रह गया।
अब भाजपा सरकार ने इसे फिर से शुरू करने की घोषणा करते हुए बजट को मंजूरी दे दी है। उम्मीद है कि यह लंबे समय से लटकी परियोजना जल्द ही पूर्ण होकर जनता को समर्पित की जाएगी।