Chhattisgarh

Election 2023: कांग्रेस का दो दिवसीय मंथन, मध्य प्रदेश-राजस्थान और छत्तीसगढ़ के लिए बनेगी चुनावी रणनीति

कर्नाटक में चुनावी सफलता के बाद कांग्रेस ने मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए तैयारियां शुरू कर दी हैं। पार्टी अपनी तैयारियों और चुनावी संभावनाओं पर शुक्रवार से दो दिवसीय मंथन शुरू करेगी। सूत्रों के मुताबिक, कांग्रेस की मध्य प्रदेश और राजस्थान इकाइयां आज यानी शुक्रवार को अपनी तैयारियों और उठाए जाने वाले कदमों पर अलग-अलग चर्चा करेंगी। इसके अलावा पार्टी 27 मई को छत्तीसगढ़ पर रणनीतिक बैठक करेगी। तेलंगाना और मिजोरम के लिए रणनीतिक बैठकें बाद में होंगी।

कर्नाटक में जीत से कांग्रेस उत्साहित
दरअसल, कांग्रेस कर्नाटक में अपनी चुनावी जीत से उत्साहित है। कर्नाटक में 10 मई को विधानसभा चुनाव के लिए मतदान हुआ था। इस बार कर्नाटक में भारी बहुमत के साथ कांग्रेस को 135 सीटें मिलीं। भाजपा को 66 सीटों से संतोष करना पड़ा। इसके अलावा जेडीएस ने 19 और अन्य ने चार सीटें जीतीं।

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प्रशांत किशोर के पूर्व सहयोगी करेंगे चर्चा
अब कांग्रेस ने तीन राज्यों में विधानसभा चुनाव के अगले दौर की तैयारी शुरू कर दी है। पार्टी प्रमुख मल्लिकार्जुन खरगे इन बैठकों का नेतृत्व करेंगे। चुनाव रणनीतिकार एवं प्रशांत किशोर के पूर्व सहयोगी सुनील कानूगोलू विधानसभा चुनाव के अगले दौर के लिए पार्टी की तैयारियों की रणनीति बनाने के लिए प्रदेश इकाइयों के नेताओं के साथ विचार-विमर्श का हिस्सा होंगे।

ये लोग शामिल हो सकते हैं
मल्लिकार्जुन खरगे अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) मुख्यालय में इन राज्यों के पार्टी नेताओं के साथ अलग-अलग बैठकें करेंगे। राजस्थान और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्रियों, प्रदेश इकाई के प्रमुखों या प्रभारियों और संबंधित राज्यों के वरिष्ठ नेताओं के बैठकों में भाग लेने की उम्मीद है। इस दौरान तेलंगाना, मध्य प्रदेश और राजस्थान से होकर गुजरी ‘भारत जोड़ो यात्रा’ की सफलता और इसके प्रभाव पर भी चर्चा हो सकती है।

पांच राज्यों में इस साल होने हैं विधानसभा चुनाव
राजस्थान और छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार है। यहां पार्टी कर्नाटक वाली रणनीति को दोहराते हुए सत्ता विरोधी लहर और गुटबाजी को दूर करने की उम्मीद कर रही है। पार्टी मध्य प्रदेश में भी वापसी करने के लिए हरसंभव कोशिश करने में जुटी है। पांच राज्यों-राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, तेलंगाना और मिजोरम में विधानसभा चुनाव साल के अंत तक होने हैं। कांग्रेस इस बार कोई कसर नहीं छोड़ रही है।

गुटबाजी से निपटना चुनौती
राजस्थान में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट के बीच जारी झगड़े से निपटना पार्टी के लिए बड़ी चुनौती है। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और मंत्री टीएस सिंहदेव के बीच जंग जगजाहिर है। मध्य प्रदेश में भी कमलनाथ और दिग्विजय सिंह के बीच गुटबाजी है। तेलंगाना में प्रदेश कांग्रेस प्रमुख रेवंत रेड्डी को अंदरूनी कलह का सामना करना पड़ रहा है।

Manish Tiwari

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