छत्तीसगढ़ में ऊर्जा क्रांति: मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में 3 लाख करोड़ का ऐतिहासिक निवेश

रायपुर 11 मार्च 2025 छत्तीसगढ़ में ऊर्जा क्षेत्र में बड़े निवेश की घोषणा की गई है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में 3 लाख करोड़ रुपये के निवेश से राज्य को ऊर्जा आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में बड़ा कदम उठाया गया है। इस निवेश से परमाणु, थर्मल, सौर और पंप स्टोरेज जैसी ऊर्जा परियोजनाओं को बढ़ावा मिलेगा।
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा,
“छत्तीसगढ़ को ऊर्जा हब के रूप में विकसित करना हमारी प्राथमिकता है। यह निवेश राज्य को हरित ऊर्जा उत्पादन में अग्रणी बनाएगा और प्रदेशवासियों को सस्ती और निरंतर बिजली मिलेगी। हमारी सरकार अक्षय ऊर्जा को बढ़ावा देकर स्वच्छ और आत्मनिर्भर भविष्य की नींव रख रही है।”
CREDA की अहम भूमिका
छत्तीसगढ़ अक्षय ऊर्जा विकास प्राधिकरण (CREDA) इस ऊर्जा परिवर्तन में प्रमुख भूमिका निभा रहा है। मुख्यमंत्री के नेतृत्व में 3,200 करोड़ रुपये की सौर ऊर्जा परियोजनाओं पर हस्ताक्षर किए गए हैं। CREDA के सीईओ ने कहा कि यह समझौता छत्तीसगढ़ को स्वच्छ ऊर्जा उत्पादन में अग्रणी बनाएगा।
ऊर्जा क्षेत्र में बड़े निवेश
✅ परमाणु ऊर्जा: ₹80,000 करोड़ | 4,200 मेगावाट न्यूक्लियर प्लांट
✅ थर्मल पावर: ₹1,07,840 करोड़ | अदानी पावर, जिंदल पावर, एनटीपीसी आदि
✅ सौर ऊर्जा: ₹10,000 करोड़ | 2,500 मेगावाट उत्पादन
✅ प्रधानमंत्री कुसुम योजना: ₹4,100 करोड़ | 20,000 सोलर पंप
✅ पंप स्टोरेज हाइड्रो प्रोजेक्ट: ₹57,046 करोड़ | 4,800 मेगावाट उत्पादन
✅ पावर ट्रांसमिशन नेटवर्क: ₹17,000 करोड़ | बिजली पारेषण में सुधार
छत्तीसगढ़ बनेगा ऊर्जा हब
इस ऐतिहासिक निवेश से छत्तीसगढ़ न केवल अपनी ऊर्जा आवश्यकताओं को पूरा करेगा, बल्कि देशभर में हरित ऊर्जा आपूर्ति का प्रमुख केंद्र भी बनेगा। मुख्यमंत्री के नेतृत्व में CREDA और अन्य सरकारी एजेंसियों की सक्रिय भागीदारी से यह ऊर्जा क्रांति और अधिक गति पकड़ेगी।