Madhya Pradesh

Bhopal: मंत्रिमंडल विस्तार पर लटकी तलवार, शिवराज के पसंदीदा मंत्रियो को ‘टीम मोदी’ ने रोका

भोपाल। मध्य प्रदेश में मंगलवार रात साढ़े 10 बजे खबर आई कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह गुपचुप तरीके से राजभवन पहुंचे और राज्यपाल मंगुभाई पटेल से चर्चा की। इसके बाद प्रदेश में मंत्रिमंडल विस्तार की सुगबुगाहाट फैल गई। बुधवार शाम को गौरीशंकर बिसेन को संदेश भेजा गया कि वे भोपाल न छोड़ें। राजेंद्र शुक्ल को भी राजधानी भोपाल बुला लिया गया। पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती के भतीजे राहुल लोधी को भी भोपाल आने का संदेश भेज दिया गया। सबकुछ सही चल रहा था। गुरुवार सुबह शपथ होनी थी, लेकिन बुधवार देर रात इस मंत्रिमंडल विस्तार पर ग्रहण लग गया।

दरअसल, महाकौशल, विंध्य, ग्वालियर—चंबल और बुंदेलखंड के जिन नेताओं को मंत्री बनाने की बात हो रही थे, वे पूर्व में भी मंत्रीपद की मलाई चाट चुके हैं। इतना ही नहीं, गौरीशंकर बिसेन तो अभी भी पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष हैं। यह पद कैबिनेट मंत्री के दर्जे का है। बुंदेलखंड में राहुल लोधी को मंत्री बनाया जाने का निर्णय केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल को नागवार गुजरा। पार्टी में कलह मच गई। ज्योतिरादित्य सिंधिया ने साफ शब्दों में कह भी दिया था कि उनकी टीम की सदस्य इमरती देवी को भी मंत्री पद दिया जाए।

ऐसे में ऐन चुनाव के तीन महीने पहले मची उथल—पुथल के बीच मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने फिलहाल मंत्रिमंडल विस्तार टाल दिया है। अब राजनीतिक सूत्रों का दावा है कि सीएम शिवराज दोबारा बैठक करेंगे। उसके बाद मंत्रिमंडल विस्तार किया जा सकता है, यह भी संभव है कि वह दिन आए ही न। दरअसल, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान अपने करीबी सिपहसालार राजेंद्र शुक्ला और गौरी शंकर बिसेन को मंत्री बनाना चाह रहे थे। पार्टी के नेताओं को शिवराज की यही बात पसंद नहीं आई। बताया जाता है कि बीजेपी आलाकमान और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसकी अनुमति नहीं दी।

सीएम हाउस में देर रात बैठक ने बदला गणित

बुधवार रात चर्चा कर निर्णय लेने के लिए सीएम हाउस में देर रात बैठक हुई। इस बैठक में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा, प्रदेश संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा, केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, भाजपा राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय मुख्यमंत्री के साथ बैठे। इस बैठक में मंत्री बनाने वाले नामों पर सहमति नहीं बनी।

मुख्यमंत्री ने छिंदवाड़ा जाना तय किया

मंत्रिमंडल विस्तार न होने की स्थिति में मुख्यमंत्री ने गुरुवार को छिंदवाड़ा और बैतूल जिले का कार्यक्रम जारी कर दिया। मुख्यमंत्री आज रात सारणी में रात्रि विश्राम करेंगे। इससे गुरुवार को कैबिनेट विस्तार की संभावना खत्म हो गई है। पार्टी के उच्च पदस्थ सूत्रों के अनुसार मंत्रिमंडल विस्तार होगा या नहीं और होगा तो कब होगा? इसको लेकर अब फिर से चर्चा होगी इसमें तमाम नाम पर फिर से विचार कर निर्णय लिया जाएगा। उसके बाद ही नए मंत्रियों की शपथ हो सकेगी।

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Manish Tiwari

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