नई दिल्ली, 18 जून 2024
नेहरू.. इंदिरा.. सोनिया के बाद अब कांग्रेस की बागडोर राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के हाथों में है. राहुल-प्रियंका की सियासी वसीयत पर सोमवार 17 जून 2024 को आधिकारिक मुहर भी लग गई. राहुल गांधी ने वायनाड सीट छोड़ने का ऐलान कर दिया और उनकी बहन प्रियंका गांधी ने इसे सहेज कर रखने का मन बना लिया. राहुल के वायनाड सीट छोड़ने के बाद प्रियंका गांधी यहां से लोकसभा का उपचुनाव लड़ेंगी. इस सियासी घटनाक्रम से यह साफ हो गया है कि उत्तर में राहुल और दक्षिण में प्रियंका गांधी कांग्रेस का मोर्चा संभालने जा रहे हैं. देखने वाली बात यह होगी कि क्या भाई-बहन की जोड़ी कांग्रेस का स्वर्णिम युग लौटा पाएगी…
प्रियंका का पॉलिटिकल करियर शुरू..
प्रियंका गांधी की बात करें तो उनके 2019 में सक्रिय राजनीति में एंट्री मारने के बाद सब यही मान रहे थे कि प्रियंका गांधी यूपी में कांग्रेस की खिसकती जमीन को मजबूती देंगी. उत्तर प्रदेश में उनकी सक्रियता समय-समय पर देखने को भी मिली. इतना ही नहीं माना यह भी जा रहा था कि प्रियंका गांधी वाराणसी से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चुनौती दे सकती हैं. कई बार यह भी कहा गया कि रायबरेली संसदीय सीट के पारिवारिक गढ़ में कांग्रेस की दिग्गज सोनिया गांधी के उत्तराधिकारी के रूप में उन्हें पेश किया जाएगा.