महिला आयोग की बड़ी कार्रवाई: 15 लाख रुपए मुआवजा, बच्चों के लिए भरण-पोषण, दूसरी शादी करने वाले पति पर सख्ती, बुआ सास नारी निकेतन भेजी गई

रायपुर, 18 मार्च 2025 – छत्तीसगढ़ राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष डॉ. किरणमयी नायक और सदस्य लक्ष्मी वर्मा एवं सरला कोसरिया ने आज आयोग कार्यालय, रायपुर में महिला उत्पीड़न से जुड़े मामलों की सुनवाई की। यह आयोग की 305वीं प्रदेश स्तरीय और रायपुर जिले में 147वीं जनसुनवाई थी।
महिला को मिलेगा 15 लाख रुपये, बैंक करेगा जमीन मुक्त
एक मामले में आवेदिका ने आरोप लगाया कि अनावेदक (पति) ने उसे जमीन के बदले पूरी राशि नहीं दी। आयोग की समझाइश के बाद अनावेदक ने एक महीने के भीतर 15 लाख रुपये देने पर सहमति जताई। यदि वह राशि देने में आनाकानी करता है, तो आवेदिका आपराधिक मामला दर्ज करा सकेगी।
एक अन्य प्रकरण में झूठे दस्तावेजों के जरिए बैंक से लोन लेने का मामला सामने आया। आयोग के निर्देश पर तीन आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। अब आयोग बैंक को पत्र लिखकर आवेदिका की गिरवी रखी जमीन को मुक्त कराने का निर्देश देगा।
पति देगा बच्चों के भरण-पोषण के लिए 5 लाख रुपये
एक मामले में अनावेदक (पति) ने आयोग के समक्ष अपनी पत्नी को 5 लाख रुपये की भरण-पोषण राशि दी। दोनों पक्षों को आपसी सहमति से तलाक लेने की समझाइश दी गई।
दूसरी शादी करने वाले पति को देना होगा मासिक भरण-पोषण
एक प्रकरण में आवेदिका ने बताया कि पति ने बिना तलाक लिए दूसरी शादी कर ली और पिछले पांच वर्षों से बच्चों की देखभाल नहीं कर रहा है। आयोग की समझाइश के बाद अनावेदक ने प्रति माह 6 हजार रुपये देने का प्रस्ताव रखा। पहली किश्त 19 मार्च 2025 को दी जाएगी।
बुआ सास बनी दाम्पत्य जीवन में बाधा, भेजी गई नारी निकेतन
एक महिला ने शिकायत की कि उसकी बुआ सास पति को उसके खिलाफ भड़का रही है, जिससे उसका वैवाहिक जीवन संकट में आ गया है। पति के जेल जाने और तीन दिन पहले रिहा होने की बात भी सामने आई। आयोग ने मामले की गंभीरता को देखते हुए बुआ सास को सुधार का मौका देते हुए एक माह के लिए नारी निकेतन भेजने का आदेश दिया।
जातिगत टिप्पणी करने वाले अनावेदक को नोटिस
एक अन्य मामले में आवेदिका ने आरोप लगाया कि कार्यस्थल पर अनावेदक उसे जातिगत आधार पर अपमानित करता है। आयोग ने अनावेदक को विधिवत जवाब प्रस्तुत करने का समय दिया।
महिला आयोग ने दिलाया न्याय
छत्तीसगढ़ राज्य महिला आयोग लगातार पीड़ित महिलाओं को न्याय दिलाने का कार्य कर रहा है। डॉ. किरणमयी नायक ने कहा कि आयोग का उद्देश्य महिलाओं को उनके अधिकार दिलाना और उन्हें न्याय प्रदान करना है।