धमतरी में अनोखी छठी: बछिया राधिका का बर्थडे धूमधाम से मना, सत्यनारायण कथा, रामायण पाठ, केक काटा गया, 300 लोगों को कराया भोज

धमतरी। जन्मदिन और छठी मनाने की परंपरा इंसानों तक ही सीमित नहीं रही, बल्कि अब लोग पशु प्रेम को भी अनोखे अंदाज में मना रहे हैं। धमतरी में एक बछिया की छठी मनाने का अनोखा आयोजन हुआ, जिसकी चर्चा पूरे इलाके में हो रही है।
बछिया राधिका के एक साल पूरे होने पर उसके पालकों ने भव्य आयोजन किया। 23 मार्च को हुई इस छठी में सुबह सत्यनारायण की कथा के बाद छत्तीसगढ़ी बाजा बजवाकर जश्न मनाया गया। शाम को रामायण मंडली ने गीत-संगीत के साथ रामायण पाठ किया। इतना ही नहीं, राधिका के नाम का खास केक भी काटा गया और पूरे मोहल्ले को भोजन कराया गया, जिसमें करीब 300 लोगों ने प्रसाद ग्रहण किया।
मेहमानों ने दिए खास उपहार
इस अनोखे जन्मोत्सव में शामिल हुए मेहमान भी खास तोहफे लेकर आए। किसी ने घुंघरू और कपड़े भेंट किए, तो किसी ने राधिका के लिए विशेष चारा उपहार में दिया। आयोजन में मौजूद लोगों ने इस पहल की सराहना की और इसे गौसेवा का उत्तम उदाहरण बताया।
बछिया नहीं, बेटी है राधिका!
राधिका के पालक बाबूलाल सिन्हा ने बताया कि उन्हें गौवंश से विशेष लगाव है। उन्होंने बताया कि राधिका की मां एक बीमार गाय थी, जिसे कुत्ते ने काट लिया था और उसके बचने की उम्मीद कम थी। लेकिन बाबूलाल ने उसका पूरा इलाज कराया और वह स्वस्थ हो गई। बाद में उसी गाय ने बछिया को जन्म दिया, जिसे उन्होंने बेटी की तरह पालने का निर्णय लिया।
बाबूलाल सिन्हा, पालक – “हम गौवंश को परिवार का हिस्सा मानते हैं। राधिका हमारे लिए बेटी जैसी है, इसलिए उसकी छठी का आयोजन किया।”
लीना हांडे, मेहमान – “ऐसा आयोजन पहली बार देखा। यह वाकई प्रेरणादायक है।”
अवधेश ठाकुर, मेहमान – “गाय हमारी संस्कृति में पूजनीय है। ऐसे आयोजन समाज को प्रेरित करते हैं।”
संतोषी सिन्हा, पालक – “राधिका हमारे घर की सदस्य है, उसकी खुशी हमारी खुशी है।”
धमतरी में हुए इस आयोजन ने यह संदेश दिया कि पशु प्रेम और गौसेवा का यह अनूठा रूप समाज में नई प्रेरणा दे सकता है।