छत्तीसगढ़ के रायगढ़ में मंदिर तोड़ने से भड़का बवाल: हिंदू संगठनों ने चर्च में घुसकर क्रॉस तोड़ा, भगवा गाड़ा, गांव में तैनात पुलिस, तनाव बरकरार

भाटनपाली गांव में धार्मिक तनाव: मंदिर टूटने के बाद चर्च में तोड़फोड़, सुरक्षा के कड़े इंतजाम
रायगढ़ (छत्तीसगढ़), 31 मई — रायगढ़ जिले के जूटमिल थाना अंतर्गत भाटनपाली गांव में बुधवार को धार्मिक तनाव की स्थिति पैदा हो गई, जब एक निर्माणाधीन मंदिर को खुद उसके निर्माता ने ढहा दिया। इसके विरोध में हिंदू संगठनों ने पास ही स्थित चर्च में तोड़फोड़ कर दी, जिससे गांव में तनाव का माहौल बन गया।
मंदिर गिराने के बाद भड़का विवाद
स्थानीय लोगों और सरपंच जसकेतन झारिया के मुताबिक, यह मंदिर करीब आठ साल पहले निर्मल सारथी नामक व्यक्ति ने बनवाया था। बाद में उन्होंने स्वास्थ्य कारणों से ईसाई धर्म अपना लिया और खुद ही जेसीबी से मंदिर को तोड़ दिया। मंदिर में अभी तक किसी प्रतिमा की स्थापना नहीं हुई थी।
हिंदू संगठन ने किया विरोध, चर्च में तोड़फोड़
मंदिर टूटने की जानकारी मिलते ही हिंदू संगठनों के कार्यकर्ता मौके पर पहुंचे और विरोध जताया। उन्होंने सामने स्थित पुराने चर्च के क्रॉस को तोड़ दिया और वहां भगवा गमछा फहरा दिया। इससे क्षेत्र में तनाव और बढ़ गया। पुलिस को मौके पर पहुंचकर स्थिति संभालनी पड़ी। इस दौरान पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच हल्की झड़प भी हुई।
गांव में तैनात है पुलिस बल
घटना के दो दिन बाद भी भाटनपाली गांव में पुलिस का पहरा है। सुरक्षा के लिए 6-7 जवान लगातार 24 घंटे की शिफ्ट में ड्यूटी कर रहे हैं। गांव में मुनादी कराई गई है कि एक स्थान पर चार-पांच लोग एकत्र न हों। ग्रामीणों में अब भी भय का माहौल है।
चर्च की जमीन को लेकर भी विवाद
विश्व हिंदू परिषद के जिला अध्यक्ष बजरंग अग्रवाल ने आरोप लगाया कि अवैध रूप से बनाए गए चर्च की आड़ में धर्मांतरण कराया जा रहा है और इसी वजह से मंदिर को गिराया गया। वहीं, एसडीएम और पटवारी की जांच में सामने आया कि चर्च किसी रोहित शाह के नाम पर पट्टे की जमीन पर बना हुआ है।
पुलिस और प्रशासन की अपील – शांति बनाए रखें
सीएसपी आकाश शुक्ला ने कहा कि मंदिर में अभी तक प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा नहीं हुई थी। पुलिस ने सभी पक्षों को समझाइश दी है और माहौल को नियंत्रित किया है। प्रशासन की ओर से शांति बनाए रखने की अपील की गई है।
फिलहाल स्थिति नियंत्रण में, लेकिन तनाव बरकरार
भाटनपाली गांव में तनाव फिलहाल नियंत्रण में है, पर प्रशासन और पुलिस स्थिति पर पैनी नजर बनाए हुए हैं। धार्मिक भावनाओं से जुड़ा यह मामला अभी भी संवेदनशील बना हुआ है।