छत्तीसगढ़ के मोहनभाठा में फिर दिखा ग्रेटर सैंड प्लोवर, चार साल पहले 29 अगस्त को कंचन पांडेय ने अपने कैमरे में किया था रिकॉर्ड

रायपुर, 30 अगस्त 2024 इत्तेफाक देखिये, आज से ठीक चार साल पहले (29 अगस्त 2020) मोहनभाठा में कंचन पांडेय ने प्रवासी पक्षी Greater Sand Plover को अपने कैमरे में रिकार्ड किया जो अलग-अलग सोशल साइट्स पर मौजूद है। आज भी 29 अगस्त है, सिर्फ साल और दिन बदला। प्रवासी पक्षियों की स्वर्ग स्थली मोहनभाठा में चार साल बाद एक बार फिर Greater Sand Plover फोटो रिकार्ड किया गया है। आज की तारीख से पहले सम्भवतः Greater Sand Plover को मोहनभाठा में किसी और पक्षी प्रेमी, फोटोग्राफर द्वारा रिकार्ड नहीं किया गया है। हालाँकि मई 2024 में Greater Sand Plover को गनियारी के शिवसागर जलाशय में डॉक्टर Kapil Mishra जी द्वारा रिकार्ड किया गया, उसके बाद कई फोटोग्राफरों के कैमरों के सामने आकर Greater Sand Plover ने तस्वीरें खैंचवाईं। मई 2024 में प्रजनन काल की अवस्था में Greater Sand Plover को रिकार्ड किया गया था। कुछ तस्वीरें, उस ख़ास मेहमान (Greater Sand Plover) की जो पूरे चार साल बाद आज मोहनभाठा में देखा गया है।


ग्रेटर सैंड प्लोवर एक मध्यम आकार का पक्षी है जो प्लोवर की श्रेणी में आता है। इसका आकार 25-28 सेमी लंबा, 150-250 ग्राम वजन होता है। यह पक्षी मध्य एशिया और दक्षिण एशिया में प्रजनन करता है, और सर्दियों में अफ्रीका, एशिया और ऑस्ट्रेलिया में प्रवास करता है। यह पक्षी मुख्य रूप से कीड़े और अन्य छोटे अकशेरूकी जीवों को खाता है। यह पक्षी खुले मैदानों, तालाबों और समुद्र तटों में पाया जाता है। यह पक्षी मई से जुलाई तक प्रजनन करता है, और मादा 2-3 अंडे देती है।संरक्षण स्थिति: ग्रेटर सैंड प्लोवर को आईयूसीएन रेड लिस्ट में “निम्न जोखिम” श्रेणी में रखा गया है, लेकिन इसकी आबादी में गिरावट आ रही है।