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क्रेडा सी.ई.ओ. राजेश सिंह राणा ने किया रायपुर संभाग के विभिन्न जिलों में सोलर संयंत्रों का औचक निरीक्षण

रायपुर, 27 दिसंबर 2024: क्रेडा (छत्तीसगढ़ राज्य अक्षय ऊर्जा विकास एजेंसी) के सी.ई.ओ. राजेश सिंह राणा ने जल जीवन मिशन, सौर सुजला योजना, पीएम श्री स्कूल, और बायोगैस योजनाओं के तहत स्थापित सौर संयंत्रों का औचक निरीक्षण किया। यह निरीक्षण रायपुर संभाग के धमतरी, कांकेर, और बालोद जिलों के विभिन्न ग्रामों में किया गया।

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की “जीरो टॉलरेंस” नीति पर जोर
निरीक्षण के दौरान श्री राणा ने मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की नीति के तहत कार्यों की गुणवत्ता और समयबद्धता सुनिश्चित करने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि राज्य और केंद्र सरकार की सौर आधारित योजनाओं के जरिए नागरिकों को अधिकतम लाभ पहुंचाना प्राथमिकता है।

महत्वपूर्ण निरीक्षण बिंदु

जल जीवन मिशन: कुरूद विकासखंड के ग्राम हीरा में सोलर पेयजल संयंत्र का निरीक्षण किया गया। संयंत्र कार्यशील पाया गया, लेकिन पीएचई विभाग द्वारा पाइपलाइन का कार्य अधूरा होने से घरों तक पानी नहीं पहुंच रहा था। श्री राणा ने इस कार्य को शीघ्र पूरा करने के निर्देश दिए।

सौर सुजला योजना: हितग्राही रमन साहू के यहां 3 एचपी सबमर्सिबल पंप कार्यशील पाया गया। श्री साहू ने बताया कि इस पंप से उन्हें खेती में बेहतर उत्पादन मिल रहा है।

पीएम श्री स्कूल: कुरूद और दरगाहन के स्कूलों में स्थापित 2.4 किलोवॉट सोलर पावर प्लांट्स का निरीक्षण किया गया। स्कूल प्रबंधन ने बिजली की निर्बाध आपूर्ति के लिए क्रेडा का आभार व्यक्त किया।

बायोगैस संयंत्र: हितग्राही रमन साहू और पिंकू पटेल के यहां बायोगैस संयंत्रों का निरीक्षण किया गया। इन संयंत्रों से घरों में खाना पकाने और खेतों में खाद का उपयोग हो रहा है।

ग्रामीणों के लिए ‘सौर समाधान ऐप’ का प्रशिक्षण
निरीक्षण के दौरान श्री राणा ने हितग्राहियों को ‘सौर समाधान ऐप’ के उपयोग का प्रशिक्षण दिया। इस ऐप के माध्यम से ग्रामीण क्रेडा द्वारा स्थापित संयंत्रों से संबंधित शिकायतें दर्ज कर सकते हैं।

जिला प्रभारी पर कार्रवाई की चेतावनी
बालोद जिले के पिछेटोला गांव में पाइपलाइन कार्य की जानकारी में लापरवाही पाए जाने पर जिला प्रभारी को चेतावनी दी गई। श्री राणा ने कहा कि गुणवत्ता और समय सीमा से समझौता बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

भविष्य की योजनाएं
श्री राणा ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि क्रेडा की सभी परियोजनाओं के तहत कार्यों का स्थल निरीक्षण करते हुए गुणवत्ता सुनिश्चित की जाए। सामुदायिक बायोगैस संयंत्रों के प्रस्ताव अधिक से अधिक तैयार करने के भी निर्देश दिए गए।

निष्कर्ष
यह निरीक्षण राज्य में सौर ऊर्जा आधारित योजनाओं की प्रगति और गुणवत्ता सुनिश्चित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। ग्रामीण क्षेत्रों में इन परियोजनाओं से नागरिकों को न केवल बिजली और पानी की सुविधाएं मिल रही हैं, बल्कि उनकी आर्थिक स्थिति भी सुदृढ़ हो रही है

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Manish Tiwari

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