छत्तीसगढ़
Trending

छत्तीसगढ़ शराब घोटाला: EOW की विशेष कोर्ट में पेश हुए कवासी लखमा, प्रोडक्शन वारंट पर सुनवाई जल्द

रायपुर। छत्तीसगढ़ के बहुचर्चित 2161 करोड़ के शराब घोटाला मामले में जेल में बंद पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा को आज ईओडब्ल्यू (आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो) की विशेष कोर्ट में पेश किया गया। ईओडब्ल्यू ने घोटाले की जांच को आगे बढ़ाने के लिए लखमा के प्रोडक्शन वारंट की मांग की थी, जिसके लिए मंगलवार को आवेदन दाखिल किया गया था। आज इस पर कोर्ट में सुनवाई होनी है।

ईओडब्ल्यू के वकील मिथलेश वर्मा ने बताया कि शराब घोटाला मामले में कवासी लखमा के प्रोडक्शन वारंट के लिए आवेदन दिया गया था, जिसके बाद आज उन्हें विशेष कोर्ट में पेश किया गया। दोपहर बाद इस मामले की सुनवाई की जाएगी।

सचिन पायलट ने की कवासी लखमा से मुलाकात

गौरतलब है कि बुधवार, 19 मार्च को कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी सचिन पायलट रायपुर सेंट्रल जेल पहुंचे और कवासी लखमा से मुलाकात की। उनके साथ नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज, विधायक देवेंद्र यादव समेत कई वरिष्ठ नेता भी मौजूद थे।

21 जनवरी से जेल में हैं कवासी लखमा

शराब घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने 15 जनवरी को कवासी लखमा को गिरफ्तार किया था। इससे पहले उनसे दो बार पूछताछ की गई थी। गिरफ्तारी से पहले उन्हें 7 दिन की कस्टोडियल रिमांड पर रखा गया था। 21 जनवरी को उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा गया था।

क्या है शराब घोटाला?

पूर्व IAS अनिल टुटेजा, उनके बेटे यश टुटेजा और CM सचिवालय की तत्कालीन उपसचिव सौम्या चौरसिया के खिलाफ आयकर विभाग ने 11 मई, 2022 को दिल्ली की तीस हजारी कोर्ट में याचिका दायर की थी। इसमें आरोप लगाया गया था कि छत्तीसगढ़ में रिश्वत और अवैध दलाली का संगठित रैकेट चलाया जा रहा था। रायपुर के पूर्व महापौर एजाज ढेबर के भाई अनवर ढेबर को इसमें अवैध वसूली का प्रमुख संचालक बताया गया।

इसके आधार पर 18 नवंबर, 2022 को ED ने PMLA एक्ट के तहत मामला दर्ज किया। जांच के बाद ED ने 2161 करोड़ रुपये के घोटाले का खुलासा किया और इस मामले में 15 जनवरी को कवासी लखमा को गिरफ्तार किया।

ED ने 3,841 पन्नों की चार्जशीट पेश की

शराब घोटाले में 13 मार्च को ED ने स्पेशल कोर्ट में 3,841 पन्नों की चार्जशीट दायर की। इसमें जेल में बंद पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा समेत 21 अन्य को आरोपी बनाया गया है। ED की चार्जशीट में बताया गया कि 2017 में आबकारी नीति में संशोधन कर CSMCL के जरिए शराब बेचने का प्रावधान किया गया था, लेकिन 2019 के बाद अनवर ढेबर ने भ्रष्टाचार का संगठित नेटवर्क बनाकर 2161 करोड़ का घोटाला किया।

1001518797 removebg preview
Manish Tiwari

Show More

Related Articles

Back to top button