राजधानी रायपुर सहित 12 जिलों इलाकों में आज भी होगी झमाझम बारिश, यहां बन रहा मानसून का सिस्टम

रायपुर|छत्तीसगढ़ में एक बार फिर मानसून सक्रिय हो गया है। राजधानी रायपुर समेत प्रदेश के कई इलाकों में झमाझम बारिश हुई है। रायपुर में आज सुबह से ही बदल छाए हुए हैं। यहां बीते दिनों सोमवार को देर शाम गरज चमक के साथ बौछारें पड़ी। प्रदेश में कुछ दिनों से मानसून पर ब्रेक ला गया था, जो अब हट गया है। शाम के बारिश से राजधानी रायपुर के निचले हिस्सों में जल भराव की स्थिति बनी हुई है। आज भी प्रदेश के कई इलाकों में बारिश होगी।
मौसम विभाग के अनुसार, प्रदेश के अधिकतम तापमान कम होने की संभावना है। आज भी प्रदेश के कई जगह में हल्क मध्यम बारिश हो सकती है। इसके साथ ही कई इलाकों में गरज चमक के साथ भारी से अति भारी बारिश होने की संभावना है। राजधानी रायपुर में बादल छाए हुए हैं इसके साथ ही गलत चमक इसके साथ ही बौछारें पड़ सकती है। यहां की अधिकतम और न्यूनतम तापमान लगभग 28 डिग्री सेल्सियस और 23 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना है।
देर शाम हुई झमाझम बारिश
छत्तीसगढ़ में बीते दो-तीन दिनों से प्रदेश में बारिश हो रही है। इससे मौसम सुहावना हो गया है और अधिकतम तापमान में गिरावट भी हो रही है। आने वाले कुछ दिनों तक ऐसे ही मौसम रहने की संभावना है।
जानें अगले 24 घंटे का हल
मानसून द्रोणिका पश्चिमी छोर हिमालय की तराई में बना हुआ है, जबकि पूर्वी छोर गोरखपुर, पटना, हाजिरबाग, बांकुरा, दीघा और इसके बाद दक्षिण-पूर्व की ओर मध्य-पूर्व बंगाल की खाड़ी तक मध्य समुद्र तल पर स्थित है। एक ऊपरी हवा का चक्रीय चक्रवती परिसंचरण उत्तर पश्चिम बंगाल की खाड़ी और उसके आसपास 7.6 किलोमीटर ऊंचाई तक फैला हुआ है। इसके प्रभाव से अगली 24 घंटे में उत्तर-पश्चिम बंगाल की खाड़ी और उससे लगे पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर निम्न दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है।
जानें बारिश की मुख्य आंकड़े सेंटीमीटर में
बीते दिनों सोमवार को प्रदेश में कई इलाकों में झमाझम बारिश हुई है। वहीं बिल्हा में 10 सेंटीमीटर, घरघोड़ा, राजनांदगांव, दुर्ग में 9, डोंगरगांव में 8, माना-रायपुर-एपी, बरमकेला, डोंगरगढ़ में 7, चांपा लैलूंगा, भोपालपटनम, पंखाजुर, बीजापुर, साजा, पुसौर में 6, रायगढ़, पलारी, डभरा, बिलासपुर, शक्ति, तमनार, अभनपुर, में 5, छुरिया, खैरागढ़, गंडई, सरायपाली, पिथौरा और मस्तूरी में 4 सेंटीमीटर बारिश दर्ज की गई है। इसके साथ ही कई इलाकों में इससे कम बारिश हुई है।