Breaking News : स्पेक्ट्रम नीलामी खत्म, अब मोबाइल बिल फाड़ेगा जेब, Jio ने रेट बढ़ा बना दिया माहौल!
नई दिल्ली: स्पेक्ट्रम नीलामी में दूरसंचार कंपनियों की ओर से बोली प्रक्रिया पूरी होने के साथ ही सबकी निगाहें टैरिफ बढ़ोतरी पर हैं। देश की टॉप टेलीकॉम कंपनी जियो ने तीन जुलाई से मोबाइल सेवाओं की दरों में 12- 27 फीसदी की बढ़ोतरी का ऐलान कर ट्रेंड सेट कर दिया है। जियो करीब ढाई साल के अंतराल के बाद मोबाइल सेवा दरों में पहली बार बढ़ोतरी करने जा रही है। विश्लेषकों का एक वर्ग मानता है कि स्पेक्ट्रम पर खर्च की रकम निकालने के लिए कंपनियां टैरिफ रेट में बढ़ोतरी करेंगी। कई विश्लेषकों ने रिपोर्ट में वोडाफोन-आइडिया की ओर से 3,510.4 करोड़ रुपये मूल्य के स्पेक्ट्रम की खरीद पर आश्चर्य जताया। वहीं इस बात पर जोर दिया कि जियो का कम खर्च (973.62 करोड़ रुपये) उसकी बयाना राशि (ईएमडी) के उलट था। जियो का ईएमडी अन्य दूरसंचार कंपनियों की तुलना में सबसे अधिक था।
विश्लेषकों को टैरिफ में 25% बढ़ोतरी की आशंका
आईआईएफएल सिक्योरिटीज, जेपी मॉर्गन और कोटक इंस्टिट्यूशनल इक्विटीज ने गुरुवार को अपनी-अपनी रिपोर्ट में कहा कि अब जबकि स्पेक्ट्रम नीलामी खत्म हो चुकी है, सभी का ध्यान संभवतः शुल्क बढ़ोतरी पर होगा।
आईआईएफएल ने कहा, ‘स्पेक्ट्रम नीलामी समाप्त होने के बाद अब सभी की निगाहें जल्द ही होने वाली शुल्क बढ़ोतरी पर टिकी हैं।’ कोटक का भी मानना है कि अब ध्यान शुल्क बढ़ोतरी पर होगा। उसने कहा, ‘स्पेक्ट्रम नीलामी के बाद हमारा मानना है कि आने वाले दिनों में फोकस अब शुल्क बढ़ोतरी पर होगा
जेपी मॉर्गन ने कहा कि शुल्क के संबंध में कदम उठाने के लिए रास्ता साफ हो गया है। उसके मुताबिक, ‘नीलामी (छह जून से विलंबित) के बिना किसी आश्चर्य के समाप्त होने से शुल्क पर कदम उठाने की कार्रवाई शुरू होनी चाहिए। हमारा मानना है कि कल शेयर में तेज प्रतिक्रिया के पीछे इसका असर रहा होगा।’
जेपी मॉर्गन ने कहा कि वित्त वर्ष 2024-25 की दूसरी/तीसरी तिमाही में 25 फीसदी शुल्क बढ़ोतरी होने की आशंका है।