रायपुर में ब्रांडेड चावल घोटाला: अब्बा हुजूर के नाम पर बेचा जा रहा था घटिया लोकल चावल, 180 टन माल जब्त

रायपुर, 13 जून 2025 – राजधानी रायपुर में नकली ब्रांडेड चावल के रैकेट का पर्दाफाश हुआ है। नामी ब्रांड अब्बा हुजूर के नाम पर घटिया क्वालिटी का लोकल चावल महंगे दाम पर बेचे जाने का खुलासा हुआ है। दिल्ली कोर्ट के निर्देश पर आई एक विशेष टीम ने टैगोर नगर, एकता नगर और टेमरी क्षेत्र के गोदामों में छापामार कार्रवाई कर 180 टन चावल जब्त किया। इसमें से 90 टन चावल नकली ‘अब्बा हुजूर’ पैकेजिंग में था।
जानकारी के अनुसार, तेलंगाना के मिर्यालगुडा स्थित वासंता राइस इंडस्ट्रीज द्वारा उत्पादित ‘अब्बा हुजूर’ ब्रांड की ओर से शिकायत मिलने पर पटियाला हाउस कोर्ट ने 2 न्यायालय आयुक्त नियुक्त किए थे। कंपनी ने कोर्ट को बताया कि उनकी असली ब्रांड की बोरियों की हूबहू नकल कर रायपुर में लोकल चावल पैक कर बेचा जा रहा है।
दिल्ली से आई टीम ने माना थाना पुलिस और वासंता राइस इंडस्ट्रीज के स्टाफ के साथ मिलकर रायपुर के आराध्या एग्रोटेक नामक कंपनी के गोदामों पर छापा मारा। कंपनी के संचालक नरेंद्र खेतपाल और किशन खेतपाल बताए गए हैं। जांच में इन गोदामों से भारी मात्रा में नकली लेबल लगे हुए चावल की बोरियां मिलीं। हजारों की संख्या में खाली कट्टे भी बरामद हुए, जिन पर ‘अब्बा हुजूर’ का लोगो और डिजाइन छपा हुआ था।
टीम ने तत्काल सभी बोरियों को जब्त करते हुए गोदामों को सील कर दिया है। अफसरों के मुताबिक, मिलरों ने डुप्लीकेट पैकेजिंग तैयार कर उपभोक्ताओं को भ्रमित किया और गुणवत्ता के साथ बड़ा समझौता किया।
इस मामले में माना थाना पुलिस द्वारा जल्द ही एफआईआर दर्ज की जाएगी। फिलहाल खेतपाल बंधुओं सहित संबंधित मिलरों को अब्बा हुजूर ब्रांड के नाम पर चावल बेचने से रोक दिया गया है।
ब्रांड संचालकों का कहना है कि रायपुर ही नहीं, राज्य के कई हिस्सों में इसी तरह की ब्रांड ठगी की आशंका है, जिस पर सख्त कार्रवाई की जरूरत है।