नारायणपुर से अंतागढ़ के बीच बनेगी नई सड़क : 134 करोड़ की परियोजना को मंजूरी — वर्षों की मांग हुई पूरी, जनता ने जताया सीएम साय और मंत्री केदार कश्यप को आभार

नारायणपुर। बस्तर अंचल के नारायणपुर से अंतागढ़ तक वर्षों से बदहाल सड़क की मरम्मत की बहुप्रतीक्षित मांग आखिरकार पूरी होने जा रही है। छत्तीसगढ़ सरकार ने इस महत्वाकांक्षी सड़क परियोजना को मंजूरी दे दी है और लोक निर्माण विभाग ने इसके लिए टेंडर भी जारी कर दिया है। कुल 134.37 करोड़ रुपये की लागत से नारायणपुर-अंतागढ़ रोड (SH-05) के 46 किलोमीटर लंबे हिस्से का चौड़ीकरण और मजबूतीकरण किया जाएगा। यह सड़क निर्माण कार्य किमी 126 से 171 तक किया जाएगा, जिसमें पुल-पुलियों सहित अन्य ढांचागत सुविधाएं शामिल होंगी। इस कार्य को 18 माह की निर्धारित समयसीमा में पूरा करने का लक्ष्य है।
क्षेत्र की वर्षों पुरानी मांग को मिला जवाब
यह सड़क लंबे समय से खराब स्थिति में थी, जिससे स्थानीय नागरिकों, व्यापारियों, विद्यार्थियों और एंबुलेंस सेवाओं को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ता था। बरसात में हालात और भी बदतर हो जाते थे, जब सड़कें कीचड़ और गड्ढों से भर जाती थीं। अब इस परियोजना के ज़रिए एक मजबूत, चौड़ी और टिकाऊ सड़क निर्माण की उम्मीद बंधी है।
जनता ने जताया आभार, कहा– यह है असली विकास
इस ऐतिहासिक फैसले को लेकर नारायणपुर के लोगों में भारी उत्साह है। स्थानीय जनप्रतिनिधियों, व्यापारियों और आम नागरिकों ने मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और वन मंत्री व क्षेत्रीय विधायक केदार कश्यप को धन्यवाद ज्ञापित किया है। लोगों का कहना है कि यह सड़क निर्माण सिर्फ कनेक्टिविटी नहीं बढ़ाएगा, बल्कि क्षेत्रीय व्यापार, शिक्षा, स्वास्थ्य और पर्यटन को भी नई गति देगा।
विकास का नया अध्याय
सरकार के इस निर्णय को बस्तर अंचल के विकास की दिशा में एक अहम कदम माना जा रहा है। मुख्यमंत्री साय और मंत्री कश्यप के प्रयासों से यह परियोजना साकार होने जा रही है, जो वर्षों से अधर में लटकी हुई थी। सड़क निर्माण के बाद न केवल नारायणपुर और अंतागढ़ के बीच सीधा और सुरक्षित संपर्क स्थापित होगा, बल्कि यह ग्रामीण और सुदूर क्षेत्रों को मुख्यधारा से जोड़ने का माध्यम भी बनेगा।
स्थानीयों की अपील– गुणवत्तापूर्ण और समय पर हो कार्य
हालांकि स्थानीय लोगों ने यह भी उम्मीद जताई है कि इस निर्माण कार्य को पूरी गुणवत्ता और समयबद्धता के साथ पूरा किया जाए, ताकि वर्षों से झेली जा रही परेशानियों से उन्हें स्थायी राहत मिल सके।
यह सड़क निर्माण कार्य एक मिसाल बन सकता है, अगर यह सरकार की विकास योजनाओं की तरह धरातल पर पूरी ईमानदारी से उतरता है।