“क्रेडा और वसुधा फाउंडेशन का संयुक्त प्रयास: रायपुर में एनर्जी ट्रांजिशन हेतु आयोजित 01 दिवसीय कार्यशाला में ऊर्जा क्षमता वृद्धि और हरित ऊर्जा अपनाने पर चर्चा”
रायपुर, 04 अक्टूबर 2024: राज्य में एनर्जी ट्रांजिशन की दिशा में कार्ययोजना तैयार करने के लिए क्रेडा ने वसुधा फाउंडेशन, नई दिल्ली के सहयोग से 01 दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया।
कार्यशाला का शुभारंभ राजेश सिंह राणा, मुख्य कार्यपालन अधिकारी, क्रेडा, हेमंत वर्मा, अध्यक्ष, छत्तीसगढ़ विद्युत नियामक आयोग और संजीव कुमार कटियार, महाप्रबंधक, छत्तीसगढ़ स्टेट पॉवर जनरेशन कंपनी लिमिटेड द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया।
इस कार्यशाला में छत्तीसगढ़ विद्युत वितरण कंपनी लिमिटेड, लोक निर्माण विभाग, परिवहन विभाग, उद्योग विभाग, राष्ट्रीय प्रोद्योगिकी संस्थान रायपुर और भारतीय प्रोद्योगिकी संस्थान भिलाई के प्रतिनिधियों ने एनर्जी ट्रांजिशन पर चर्चा की।
भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के पहल से वर्ष 2030 तक देश में अक्षय ऊर्जा की क्षमता को 500 गीगावाट तक बढ़ाने का लक्ष्य रखा गया है। इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए राज्य की महत्वपूर्ण भूमिका निर्धारित की गई है।
कार्यशाला में संजीव कुमार कटियार ने राज्य की सौर ऊर्जा क्षमता के बारे में जानकारी साझा की, जिसमें 35 प्रतिशत (लगभग 21000 मेगावाट) क्षमता प्राप्त करने का लक्ष्य रखा गया है।
हेमंत वर्मा ने हरित ऊर्जा को तेजी से अपनाने की दिशा में सौर ऊर्जा परियोजनाओं जैसे सोलर रूफटॉप और सौर कृषि पंप के बारे में जानकारी साझा की।
राजेश सिंह राणा ने एनर्जी ट्रांजिशन की दिशा में राज्य सरकार द्वारा गठित स्टेयरिंग कमेटी के बारे में बताया और वर्ष 2030 तक अक्षय ऊर्जा की क्षमता को 7 प्रतिशत से 13 प्रतिशत तक बढ़ाने का लक्ष्य प्रस्तुत किया।
कार्यशाला में क्रेडा के अन्य अधिकारियों सहित विभिन्न विभागों के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।