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आयुष्मान भारत योजना में फर्जीवाड़ा:आयुष्मान योजना में 150 करोड़ के क्लेम संदेह के दायरे में, पेमेंट रोका

खूबचंद बघेल आयुष्मान भारत योजना के तहत छत्तीसगढ़ में फर्जीवाड़ा करने वाले अस्पतालों पर स्वास्थ्य विभाग ने सख्ती शुरू कर दी है। स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने भास्कर को बताया कि योजना के तहत प्रदेश में करीब 150 करोड़ के क्लेम संदेह के दायरे में हैं। फिलहाल अस्पतालों की संख्या बता पाना मुमकिन नहीं है। उन्होंने कहा कि 150 करोड़ के संदिग्ध क्लेम पूरी तरह रोक लिए गए हैं। जिनकी पूरी जांच के बाद सही पाए जाने पर ही भुगतान राशि जारी की जाएगी। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि अफसरों को तेजी और सख्ती से जांच करने के निर्देश दिए गए हैं। इलाज में लापरवाही, बिल में गड़बड़ी आदि पहलुओं के साथ ये भी देखा जाएगा कि क्लेम करने वाला अस्पतालों में डॉक्टर की संबद्धता वास्तविक है या नहीं।

उन्होंने बताया कि किसी भी तरह की गड़बड़ी करने वाले अस्पताल या डॉक्टर को खूबचंद बघेल योजना से बेदखल करने के साथ उन पर बड़ा जुर्माना भी लगाया जाएगा। आपको बता दें कि हाल ही में भास्कर ने प्रदेश के 33 जिलों में इस स्कीम के तहत हो रही गड़बड़ियों का खुलासा किया था। संचालक स्वास्थ्य सेवाएं की ओर से जारी जानकारी के मुताबिक आयुष्मान योजना के तहत इलाज, पैकेज और अन्य किसी भी तरह की गड़बड़ी पर लगातार कार्रवाई की जा रही है। अब तक 71 से अधिक अस्पतालों पर 208 करोड़ का फाइन लगाया जा चुका है। 15 अस्पताल निलंबित किए जा चुके हैं। जबकि 5 को योजना से बाहर कर दिया गया है। 10 अस्पतालों पर अभी निलंबन जारी है।

वहीं 22 अस्पतालों का आडिट हो रहा है। विभाग के मुताबिक डाक्टरों या आम लोगों की ओर से मिलने वाली शिकायतों पर जिलों में तत्काल जांच के अलावा नर्सिंग होम एक्ट के तहत औचक निरीक्षण जैसी कार्रवाई के बाद फाइन भी लगाए जा रहे हैं। मरीजों की तर्ज पर डॉक्टरों, अस्पतालों, नर्सिंग होम का भी डेटाबेस मोबाइल पर उपलब्ध हो, जानकारों ने कहा उधर, आईएमए, हॉस्पिटल बोर्ड जैसी संस्थाओं से जुड़े एक्सपर्ट डॉक्टरों ने सुझाव दिया है कि जिस तरह प्रदेश में अभी सरकारी, प्राइवेट अस्पतालों में इलाज करवाने वाले मरीजों का डेटाबेस बनाया जा रहा है।

जांच में तेजी लाने कहा है : सिंहदेव
स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने कहा कि मैंने अफसरों को जांच में तेजी लाने के निर्देश दे दिए हैं। अस्पतालों के 150 करोड़ से अधिक के क्लेम संदिग्ध हैं। जिनकी जांच जारी है। अगर कहीं भी कमियां पाई गई तो वहां तत्काल और सख्त एक्शन के लिए कहा गया है।

ऐसा नहीं है कि हम कार्रवाई नहीं कर रहे हैं। आयुष्मान योजना में इलाज, बिल या किसी अन्य तरह की गड़बड़ी पर जिलों में हम अस्पतालों पर लगातार सख्त कार्रवाई कर रहे हैं। आगे भी जांच जारी रहेगी। ताकि किसी भी तरह का फर्जीवाड़ा न हो।
– भीम सिंह, डायरेक्टर, हेल्थ सर्विसेस

Manish Tiwari

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