छत्तीसगढ़ में चैतन्य बघेल की गिरफ्तारी से सियासी भूचाल: कांग्रेस की आर्थिक नाकेबंदी पर अजय चंद्राकर का हमला, बोले– “व्यक्ति विशेष के लिए हो रहा आंदोलन”

रायपुर, 22 जुलाई 2025:
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल की गिरफ्तारी के बाद छत्तीसगढ़ की सियासत में उबाल है। कांग्रेस ने गिरफ्तारी के विरोध में आज दोपहर 12 से 2 बजे तक प्रदेशव्यापी आर्थिक नाकेबंदी का ऐलान किया है। इस दौरान आपातकालीन सेवाएं बाधित नहीं रहेंगी। कांग्रेस इसे सत्ता के दुरुपयोग का मामला बता रही है, वहीं भाजपा इसे जांच एजेंसियों की सामान्य कार्रवाई बता रही है।
इस नाकेबंदी को लेकर भाजपा नेता और कुरुद विधायक अजय चंद्राकर ने कांग्रेस पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने सवाल उठाया कि कांग्रेस चैतन्य बघेल के लिए जिस तरह सड़कों पर उतरी है, वैसा आंदोलन उसने पूर्व विधायकों देवेंद्र यादव और कवासी लखमा की गिरफ्तारी के वक्त क्यों नहीं किया?
चंद्राकर ने कांग्रेस पर ‘व्यक्ति विशेष की पार्टी’ होने का आरोप लगाते हुए कहा, “यह प्रदर्शन साबित करता है कि कांग्रेस केवल भूपेश बघेल के लिए सड़कों पर उतरती है, न कि कार्यकर्ताओं या अन्य नेताओं के लिए।”
उन्होंने आगे कहा, “भूपेश बघेल ने खुद को पार्टी का केंद्रबिंदु बना लिया है, जनता के मुद्दों की कोई चिंता नहीं है। विपक्ष विधानसभा सत्र का बहिष्कार कर रहा है और अब सड़क पर ड्रामा कर रहा है। कांग्रेस ने सदन की कार्यवाही में बाधा पहुंचाई है।”
भूपेश बघेल द्वारा गिरफ्तारी के बाद दिए गए बयान– “सौभाग्य की बात है कि देशभर के लोग मेरे बेटे को जान गए”– पर चंद्राकर ने कटाक्ष करते हुए कहा, “यह उनके लिए सौभाग्य हो सकता है, लेकिन जनता के लिए शर्मनाक है कि एक नेता ऐसे मामलों को उपलब्धि मान रहा है।”
उपराष्ट्रपति के इस्तीफे पर भूपेश बघेल द्वारा तूफान की आशंका जताने वाले बयान पर भी चंद्राकर ने चुटकी ली और कहा, “उन्हें राजनीति छोड़कर मौसम विभाग में भर्ती हो जाना चाहिए। वह इतने सटीक पूर्वानुमान दे रहे हैं, मानो मौसम वैज्ञानिक हों।”
ईडी पर सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी पर अजय चंद्राकर ने कहा कि, “एजेंसियों को बदनाम करने की कोशिश हो रही है। न्याय प्रक्रिया के तहत चीजें होंगी और मैं इस पर टिप्पणी नहीं करूंगा।”
इस बीच छत्तीसगढ़ चैंबर ऑफ कॉमर्स ने कांग्रेस की इस आर्थिक नाकेबंदी का विरोध किया है और कहा है कि वे इस बंद का समर्थन नहीं करेंगे।
राज्य की राजनीति में आने वाले दिनों में और गरमाहट देखी जा सकती है क्योंकि चैतन्य बघेल की गिरफ्तारी को लेकर कांग्रेस और भाजपा आमने-सामने हैं।