भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य की गिरफ्तारी से मचा सियासी भूचाल: शराब घोटाले में ED की तड़के छापेमारी, कांग्रेस का कोर्ट परिसर में शक्ति प्रदर्शन, विपक्ष ने सदन का किया बहिष्कार, भूपेश बोले– “ना डरेंगे, ना झुकेंगे, ना टूटेंगे”

रायपुर। छत्तीसगढ़ के बहुचर्चित शराब घोटाले की जांच में आज बड़ा घटनाक्रम सामने आया है। प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने शुक्रवार सुबह भिलाई स्थित पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निवास पर दबिश दी और उनके बेटे चैतन्य बघेल को हिरासत में लिया। उन्हें रायपुर स्थित विशेष न्यायालय में न्यायाधीश डमरूधर चौहान की कोर्ट में पेश किया गया।
ईडी की कार्रवाई के बाद प्रदेश की राजनीति में उबाल आ गया है। भूपेश बघेल, नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत, सहित सभी कांग्रेस विधायक कोर्ट पहुंच गए और कार्रवाई का विरोध जताया।
चरणदास महंत का तीखा हमला
नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत ने ईडी की कार्रवाई को विपक्ष को डराने की साजिश बताया। उन्होंने कहा—
“आज तमनार में पेसा कानून के उल्लंघन और अडानी को पेड़ काटने की अनुमति के खिलाफ स्थगन प्रस्ताव लाया गया था, उसी दिन चैतन्य बघेल के घर छापा मारा गया। यह कार्रवाई राजनीति से प्रेरित और लोकतंत्र विरोधी है।”
महंत ने यह भी कहा कि विपक्ष पूरी तरह एकजुट है और यह दर्शा रहा है कि वह किसी दबाव में नहीं झुकेगा।
“हम भारत की न्यायपालिका पर पूरा विश्वास रखते हैं।”
भूपेश बघेल का बयान: “ना डरेंगे, ना झुकेंगे”
अपने बेटे की गिरफ्तारी पर भूपेश बघेल ने कहा—
“जो भी अडानी के खिलाफ बोलता है, उस पर कार्रवाई होती है। विपक्ष को दबाने की रणनीति अपनाई गई है। कवासी लखमा और देवेंद्र यादव के बाद अब मेरे बेटे को निशाना बनाया गया है।
हम ना डरेंगे, ना दबेंगे, ना झुकेंगे और ना टूटेंगे।”
कांग्रेस का बहिष्कार, समर्थकों की जुटी भीड़
जानकारी के अनुसार, सुबह 6 बजे ईडी की 8 अधिकारियों की टीम दो गाड़ियों में सवार होकर भिलाई स्थित बघेल निवास पहुंची थी। दबिश की खबर मिलते ही कांग्रेस कार्यकर्ता और समर्थकों की भारी भीड़ वहां जमा हो गई।
कांग्रेस ने विधानसभा की कार्यवाही का बहिष्कार कर ईडी की कार्रवाई को केंद्र सरकार की राजनीति से प्रेरित बताया है।