बीजापुर में नक्सलियों का तांडव जारी: दो शिक्षा दूतों की हत्या, जंगल में मिली लाशें

बीजापुर, 15 जुलाई 2025 — छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में नक्सलियों ने एक बार फिर खूनी तांडव मचाया है। सोमवार सुबह फरसगढ़ थाना क्षेत्र के पीलूर गांव के जंगल से दो युवकों की लाश बरामद हुई है। इनमें से एक की पहचान विनोद मडे के रूप में हुई है, जो बतौर शिक्षा दूत कार्यरत था। दोनों की हत्या की जिम्मेदारी नक्सलियों पर बताई जा रही है, जिन पर मुखबिरी का आरोप लगाकर इनकी निर्मम हत्या कर दी गई।
स्थानीय सूत्रों के मुताबिक, दोनों युवकों को रविवार रात अगवा किया गया था। अगली सुबह उनकी लाशें जंगल में पाई गईं। शवों के पास नक्सलियों का कोई पर्चा नहीं मिला है, जिससे यह स्पष्ट नहीं हो सका कि हत्या के पीछे उनका प्रत्यक्ष हाथ है या नहीं, लेकिन अंदेशा गहरा है। प्रशासन की ओर से फिलहाल इस घटना की आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है।
नक्सली हिंसा का बढ़ता ग्राफ
बीते कुछ हफ्तों में बीजापुर जिले में नक्सली हिंसा का ग्राफ लगातार बढ़ा है। मुखबिरी के शक में नक्सलियों ने बीते 15 दिनों में 6 लोगों की हत्या कर दी है, जिनमें छात्र, ग्रामीण और पूर्व नक्सलियों के परिजन तक शामिल हैं।
सबसे ज्यादा प्रभावित जिला
बस्तर अंचल में नक्सल हिंसा की सबसे ज्यादा मार बीजापुर जिले ने झेली है। राज्य गठन के बाद से अब तक यहां नक्सलियों द्वारा 1821 लोगों की हत्या की जा चुकी है। इनमें आम नागरिक, जनप्रतिनिधि और सरकारी कर्मचारी भी शामिल हैं।
सवालों के घेरे में सुरक्षा व्यवस्था
लगातार हो रही हत्याओं से बीजापुर में दहशत का माहौल है। ग्रामीणों का कहना है कि नक्सली अब शिक्षा जैसे संवेदनशील क्षेत्र से जुड़े लोगों को भी निशाना बना रहे हैं, जिससे आदिवासी अंचलों में शिक्षा को लेकर जागरूकता और प्रयासों को गहरा झटका लग रहा है।
फिलहाल पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और पूरे इलाके में सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है।