छत्तीसगढ़ शराब घोटाले में EOW की बड़ी कार्रवाई: नेक्सजेन पॉवर के जरिए की जा रही थी महंगी अंग्रेजी शराब की अवैध सप्लाई, तीन गिरफ्तार

रायपुर, 21 जुलाई 2025:छत्तीसगढ़ के बहुचर्चित शराब घोटाले में आर्थिक अपराध अन्वेषण शाखा (EOW) ने एक और बड़ी कार्रवाई करते हुए तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किए गए आरोपियों में मनीष मिश्रा, संजय कुमार मिश्रा और अभिषेक सिंह शामिल हैं। EOW के मुताबिक, संजय और मनीष ने नेक्सजेन पॉवर कंपनी बनाकर एफएल-10 लाइसेंस के जरिए प्रदेश में महंगी ब्रांडेड अंग्रेजी शराब की अवैध सप्लाई का नेटवर्क खड़ा किया था।
जानकारी के अनुसार, मनीष और संजय कुमार सगे भाई हैं। संजय कुमार मिश्रा पेशे से चार्टर्ड अकाउंटेंट हैं। वहीं, अभिषेक सिंह, पूर्व आबकारी अधिकारी अरविंद सिंह का भतीजा है, जो पहले से ही इसी घोटाले में आरोपी हैं। तीनों को विशेष कोर्ट में पेश किया जाएगा, जहां से उन्हें रिमांड पर लेकर पूछताछ की जा सकती है।
गौरतलब है कि हाल ही में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने शराब घोटाले के सिलसिले में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल को भी गिरफ्तार किया था। चैतन्य वर्तमान में रिमांड पर है और उससे भी पूछताछ की जा रही है।
करोड़ों का “बी-पार्ट” शराब घोटाला
EOW की जांच में सामने आया है कि वर्ष 2019 से 2023 के बीच राज्य के 15 बड़े जिलों में पदस्थ आबकारी अधिकारियों और अन्य प्रशासनिक अधिकारियों की मिलीभगत से अवैध शराब का एक समानांतर व्यापार संचालित किया गया। इस दौरान बिना शुल्क चुकाई गई देसी शराब (जिसे “बी-पार्ट” कहा जाता था) को शासकीय दुकानों में वैध शराब के साथ मिलाकर बेचा गया।
इस घोटाले में डिस्टलरी मालिकों, ट्रांसपोर्टरों, सेल्समैन, सुपरवाइजरों, आबकारी विभाग के जिला प्रभारी, मंडल और वृत्त अधिकारी, साथ ही मैनपावर एजेंसी के कर्मचारी भी शामिल थे। खासकर बस्तर और सरगुजा संभाग को छोड़कर अन्य जिलों में शराब खपत के आंकड़ों में भारी गड़बड़ी पाई गई।
EOW ने संकेत दिया है कि आने वाले दिनों में इस मामले में और भी बड़े नाम सामने आ सकते हैं। जांच जारी है।