Chhattisgarh Paddy Purchase: चार दिन में रिकॉर्ड आवक, 2.43 लाख क्विंटल धान की खरीदी; हड़ताल के बावजूद नहीं रुका सिस्टम

रायपुर। छत्तीसगढ़ के सभी जिलों में समर्थन मूल्य पर धान खरीदी का सिलसिला लगातार जारी है। धान खरीदी शुरू हुए चार दिन ही हुए हैं, लेकिन उपार्जन केंद्रों में किसानों की तेज़ आवक देखने को मिल रही है। राज्य में रोजाना औसतन 2 से 2.5 लाख क्विंटल धान की खरीदी की जा रही है।
सहकारी समितियों के कर्मचारियों की हड़ताल के बावजूद धान खरीदी पूरी तरह निर्बाध चल रही है। सभी 2739 उपार्जन केंद्रों में पारदर्शी टोकन सिस्टम, इलेक्ट्रॉनिक तौल मशीनें, नमी मापक यंत्र, बारदाना और व्यवस्था की सतत निगरानी की गई है, ताकि किसानों को किसी भी तरह की परेशानी न हो।
17 नवंबर को राज्यभर में 2,43,831 क्विंटल धान खरीदा गया। इसमें 1,05,342 क्विंटल मोटा, 71,603 क्विंटल पतला और 66,886 क्विंटल सरना धान शामिल है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के निर्देश पर किसानों को भुगतान की व्यवस्था भी समानांतर रूप से सुनिश्चित की गई है। सरकार ने इस साल धान खरीदी के लिए विपणन संघ को 26,200 करोड़ रुपए की बैंक गारंटी उपलब्ध कराई है, ताकि भुगतान में कोई बाधा न आए।
खाद्य विभाग के अनुसार, सभी 33 जिलों में धान खरीदी शुरू हो चुकी है। 17 नवंबर को 725 उपार्जन केंद्रों में किसानों ने धान बेचा। बेमेतरा जिले ने सर्वाधिक 39,015 क्विंटल धान खरीदा। इसके बाद राजनांदगांव 35,162 क्विंटल और रायपुर 28,272 क्विंटल के साथ दूसरे और तीसरे स्थान पर रहे।
जिलेवार खरीदी के आंकड़े भी सामने आए हैं—दुर्ग में 27,699 क्विंटल, धमतरी में 25,227 क्विंटल, बालोद में 19,656 क्विंटल, बलौदाबाजार में 19,419 क्विंटल, खैरागढ़-छुईखदान-गंडई में 14,322 क्विंटल, गरियाबंद में 9,106 क्विंटल, मुंगेली में 2,224 क्विंटल, रायगढ़ में 1,413 क्विंटल, बिलासपुर में 1,573 क्विंटल तथा कोरबा, जशपुर, सरगुजा, कोरिया और बस्तर क्षेत्र के कई जिलों में भी खरीदी सुचारू रूप से चल रही है।
उपार्जन केंद्रों में साफ-सुथरी व्यवस्था, सुगम तौल प्रक्रिया और बिना इंतजार के धान खरीदी से किसान बेहद संतुष्ट हैं। राज्य के सभी गांवों से मिल रही रिपोर्ट के अनुसार खरीदी केंद्रों में इस साल व्यवस्था पिछली बार की तुलना में अधिक मजबूत दिख रही है।



