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**रायपुर का पुलिस परिवार परामर्श केंद्र बना परिवारों को जोड़ने का अहम जरिया : सफल काउंसलिंग के बाद टूटते रिश्तों में लौटी खुशियां, बच्चों को भी मिली मानसिक राहत, स्वैच्छिक काउंसलरों की सराहनीय भूमिका से सैकड़ों परिवारों को मिला नया जीवन**
रायपुर: महिला थाना रायपुर में संचालित परिवार परामर्श केंद्र, पारिवारिक विवादों को सुलझाने और परिवारों को जोड़ने का महत्वपूर्ण काम कर रहा है। एसएसपी रायपुर डॉ. संतोष सिंह के मार्गदर्शन में, एएसपी ममता देवांगन और डीएसपी ललिता मेहर के निर्देशन में प्रतिदिन सैकड़ों पारिवारिक मामलों की काउंसलिंग की जाती है।
इस साल जनवरी से अगस्त तक महिला थाना रायपुर में कुल 1656 शिकायतें प्राप्त हुईं, जिनमें से 718 मामलों में दोनों पक्षों को बुलाकर सफल काउंसलिंग की गई। विभिन्न क्षेत्रों के 22 स्वैच्छिक काउंसलरों की भूमिका इसमें महत्वपूर्ण रही, जिनकी मदद से सैकड़ों परिवारों को टूटने से बचाया गया है।
कुछ प्रतीकात्मक मामले:
- सीमा श्रीवास्तव का मामला: सीमा ने पति राकेश के खिलाफ घरेलू हिंसा और शराब की लत की शिकायत की थी। तीन सफल काउंसलिंग के बाद, पति ने शराब की लत छोड़ दी है और दोनों अब खुशहाल जीवन जी रहे हैं।
- रिया सिन्हा का मामला: रिया ने सास और पति द्वारा प्रताड़ित करने की शिकायत की थी। काउंसलिंग के बाद, अब वह अपने ससुराल में शांतिपूर्ण जीवन व्यतीत कर रही हैं।
- राधा रानी का मामला: राधा और उनके पति के बीच मतभेद थे, लेकिन काउंसलिंग के बाद दोनों अब प्रेमपूर्वक साथ रह रहे हैं।
- रवीना देवी का मामला: प्रेम विवाह के बाद ससुराल वालों से नाराजगी के कारण आई परेशानियों को काउंसलिंग के जरिये सुलझाया गया और अब दंपति शांति से रह रहे हैं।
- रश्मि बाई का मामला: रश्मि और उनके पति के बीच लंबे समय से विवाद चल रहा था, लेकिन काउंसलिंग के बाद अब वे एक साथ सुखी जीवन जी रहे हैं।
परिवार परामर्श केंद्र ने इन परिवारों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने का काम किया है, जिससे बच्चों को भी राहत मिली है।