CG BREAKING | कांग्रेस का प्रदेशव्यापी चक्काजाम : पूर्व CM भूपेश बघेल के बेटे की गिरफ्तारी के खिलाफ 33 जिलों में सड़कें जाम, VIP चौक समेत कई स्थानों पर भारी प्रदर्शन

रायपुर। शराब घोटाले में चैतन्य बघेल की गिरफ्तारी के विरोध में छत्तीसगढ़ कांग्रेस ने मंगलवार को पूरे प्रदेश में आर्थिक नाकेबंदी और चक्काजाम कर दिया। रायपुर, दुर्ग, बिलासपुर, सरगुजा और बस्तर संभाग सहित 33 जिलों में दोपहर 12 से 2 बजे तक सड़कें जाम रहीं। कई शहरों में राष्ट्रीय राजमार्ग बाधित रहे, जिससे आम नागरिकों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा।
रायपुर में VIP रोड स्थित श्रीराम मंदिर चौक (करेंसी टावर) के पास पूर्व मुख्यमंत्री सहित कई वरिष्ठ नेता सड़क पर उतरकर प्रदर्शन कर रहे हैं। धरसींवा और धनेली में नेशनल हाईवे, तिल्दा के दीनदयाल उपाध्याय चौक, आरंग के रसनी टोल प्लाजा, आजाद चौक खरोरा, और अभनपुर के मोहन ढाबा क्षेत्र में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने चक्काजाम किया।
बिलासपुर में सकरी-पेंड्रीडीह फ्लाईओवर के नीचे चक्का जाम कर दिया गया, जिससे रायपुर-बिलासपुर मार्ग बाधित हुआ। हालांकि, स्कूल बसों और एम्बुलेंस को छूट दी गई। जगदलपुर के आमागुड़ा चौक, मनेंद्रगढ़ में NH-43, और राजनांदगांव के नेशनल हाईवे पर भी भारी जाम की स्थिति रही।
दुर्ग में सबसे ज्यादा 6 स्थानों पर चक्काजाम किया गया, जबकि कोरबा के कटघोरा में पूर्व मंत्री जय सिंह अग्रवाल समेत कई नेता और कांग्रेस कार्यकर्ता मौजूद रहे। यहां टायर जलाकर विरोध किया गया और पुलिस बल की भारी तैनाती रही।
कांग्रेस ने क्यों बुलाया चक्काजाम?
18 जुलाई को पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल को ED ने भिलाई से गिरफ्तार किया था। आरोप है कि शराब घोटाले की ब्लैक मनी में से ₹16.70 करोड़ रुपए चैतन्य के पास पहुंचे और इस रकम का उपयोग रियल एस्टेट प्रोजेक्ट्स में निवेश के लिए किया गया। रायपुर की विशेष अदालत ने उन्हें 22 जुलाई तक ED की रिमांड पर भेजा है।
कांग्रेस ने इसे “राजनीतिक प्रतिशोध” और “तानाशाही का दुरुपयोग” बताते हुए आंदोलन की घोषणा की। पार्टी ने स्पष्ट किया कि यह विरोध प्रदर्शन ED और भाजपा सरकार की मिलीभगत के खिलाफ है। कांग्रेस प्रवक्ताओं का आरोप है कि केंद्र सरकार विपक्ष को दबाने के लिए जांच एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है।
पुलिस व्यवस्था और जनता की परेशानी
प्रदर्शन स्थलों पर स्टॉपर, बैरिकेड्स और भारी संख्या में पुलिस बल, महिला पुलिसकर्मी और वरिष्ठ अधिकारी तैनात किए गए हैं। चक्काजाम के कारण शहरों में जाम की स्थिति, लंबी कतारें और वाहन फंसे होने से यात्रियों को परेशानियों का सामना करना पड़ा।