रिश्वतखोरी मामला: सीबीआई ने सीजीएसटी अधीक्षक भरत सिंह और ड्राइवर विनय राय को 10 फरवरी तक रिमांड पर भेजा

रायपुर, 06 फरवरी 2025
सीबीआई ने 5 लाख रुपये की रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार सीजीएसटी (सेंट्रल जीएसटी) अधीक्षक भरत सिंह और ड्राइवर विनय राय को विशेष अदालत में पेश किया। सुनवाई के बाद विशेष न्यायाधीश ने दोनों आरोपियों को 10 फरवरी तक रिमांड पर भेजने का आदेश दिया।
सीबीआई ने कोर्ट में दलील दी कि जांच के दौरान कुछ अहम सुराग मिले हैं, जिससे अन्य लोगों की संलिप्तता और एक मध्यस्थ की भूमिका सामने आई है। एजेंसी ने कहा कि इस मामले में और भी लोग शामिल हो सकते हैं, जिनकी पहचान और जांच जरूरी है। इसे देखते हुए सीबीआई ने रिमांड की मांग की, जिसे कोर्ट ने स्वीकार कर लिया।
कैसे हुआ खुलासा?
सीबीआई ने 31 जनवरी को शाम करीब 4 बजे वीआईपी रोड स्थित करेंसी टावर के पास ड्राइवर विनय राय को 5 लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा था। पूछताछ के दौरान भरत सिंह का नाम सामने आने पर सीबीआई ने सीजीएसटी दफ्तर पर छापेमारी कर उन्हें गिरफ्तार किया।
इससे पहले, 28-29 जनवरी को दुर्ग के स्टेशन रोड स्थित मेसर्स वर्ल्ड ऑफ ब्यूटी में सीजीएसटी की टीम ने छापेमारी की थी। जांच में गड़बड़ी मिलने पर संचालक लालचंद अठवानी से 34 लाख रुपये की रिश्वत की मांग की गई। इस दौरान एक मध्यस्थ ने रिश्वत के लेन-देन की प्रक्रिया को अंजाम दिया।
सीबीआई को जब इसकी सूचना मिली, तो टीम ने जाल बिछाया और 31 जनवरी की शाम ड्राइवर विनय राय को रिश्वत लेते पकड़ा। उसके बाद अधीक्षक भरत सिंह को भी गिरफ्तार किया गया। पूछताछ के दौरान मध्यस्थ सहित अन्य संदिग्धों के नाम सामने आए, जिसके बाद सीबीआई ने दोनों आरोपियों को 10 फरवरी तक रिमांड पर लेकर आगे की जांच शुरू कर दी।