Bus : स्वास्थ्य परीक्षण करवाकर ड्राइवर-कंडक्टर और स्कूल बस संचालकों को दी समझाइश

Bus : गरियाबंद। आरटीओ और पुलिस के साथ स्वास्थ्य विभाग की टीम ने मिलकर पुलिस ग्राउंड में स्कूली बसों की जांच की। इस दौरान जिले के सभी स्कूलों में संचालित बसों को बुलाया गया। जांच के लिए खुद गरियाबंद आरटीओ अधिकारी मृत्युंजय पटेल और ट्रैफिक प्रभारी अजय सिंग अपने अधीनस्थ अधिकारियों के साथ पहुंचे। इस दौरान अनुभवी डॉक्टरों की टीम के द्वारा बसों के चालक और परिचालकों का स्वास्थ्य परीक्षण भी किया गया।
Bus : ज्ञात हो कि पूर्व में कलेक्टर प्रभात मलिक और पुलिस अधीक्षक जेआर ठाकुर द्वारा नगर सहित आसपास संचालित निजी स्कूल बसो में अध्यनरत बच्चों को लाने लेजाने वाले बसों और चार पहिया वाहनो की रूटीन चेकिंग करने निर्देश दिया गया था। इसी कड़ी में रविवार को स्कूल बसों को फिटनेस व अन्य जांच के लिए स्कूल संचालक बस और चालको को पुलिस ग्राउंड बुलाया गया था।
Bus : गरियाबंद आरटीओ अधिकारी मृत्युंजय पटेल ने बताया कि जांच शिविर के दौरान सबसे पहले वाहनों का रजिस्ट्रेशन चेक किया गया।इसके बाद परमिट, फिटनेश,बीमा,पीयूसी,रोड टैक्स,वाहन चालक का लायसेंस सहित अन्य दस्तावेजों की जांच की गई।इसके बाद वाहनो का मैकनिकल फिटनेश जांच किया गया।जिसमें उनके हेड लाइट,ब्रेक लाइट,पार्किग लाइट,इन्डिकेटर लाइट,बैक लाइट,मीटर,स्टेरिंग की स्थिति, टायर की स्थिति,क्लच,ऐक्सीलेटर,सीट की स्थिति,हॉर्न की स्थिति,वॉयपर एवं वाहन में आगे पीछे रिफ्लेक्टर लगा है कि नहीं चेक किया गया।
Bus : चेकिंग के दौरान सुप्रीम कोर्ट द्वारा निर्धारित मापदंडों के अनुरूप वाहन में जीपीएस,स्पीड गर्वनर,प्रेर्शर हॉर्न,आपातकालीन खिडक़ी,स्कूल का नाम, टेलीफोन नंबर,चालक का मोबाइल नंबर,फस्र्ट ऐड बॉक्स, अग्नि शमन यंत्र,स्कूल बस के आगे पीछे स्कूल बस लिखा है की नहीं ये सारी चीजें चेक की गई।
Bus : यातायात प्रभारी अजय सिंग ने जानकारी देते हुए बताया कि निरंतर बढ़़ रही सडक़ दुर्घटनाओं में कई लोग अपनी जान गवा रहे हैं, जिसके प्रमुख कारण है जानकारी के अभाव के साथ ही दुपहिया वाहनों पर तीन सवारी, बेतरतीब खड़ी वाहनें,वाहनों की तेज रफ्तार और शराब पीकर नियमों का उल्लंघन करते हुए मनमानी वाहनों को चलाना।इन सबसे निपटने के लिये यातायात पुलिस निरंतर प्रतिबद्ध है और लगातार कार्रवाई भी की जा रही है।
Bus : इसी कड़ी में आज यातायात पुलिस और आरटीओ विभाग ने स्कूल बसों के फिटनेस की जांच की है, जिससे की आगामी दिनों में कोई अवांछित घटनाएं न हो सके। इसके लिये यातायात पुलिस और आरटीओ विभाग ने ड्राइवर-कंडक्टर और बस संचालकों को जरूरी समझाइश भी दी।
Bus : शिविर में कुल 37 स्कूल बसें आयी जिनमें परमिट शर्तों एवं वाहन से संबंधित आवश्यक दस्तावेजों की जांच की गई. जांच में लगभग आधे से अधिक वाहनें बिना परमिट एवं बिना फिटनेस के पाई गई. इसके अतिरिक्त 12 वाहनें बिना प्रदूषण प्रमाण पत्र तथा 3 वाहनें बिना कर के साथ अन्य छोटी मोटी कमियां पाई गई.
Bus : उक्त समस्त प्रकार की कमी को दूर करने हेतु संबंधितों को 1 सप्ताह का समय दिया गया है जिसके उपरांत नियमानुसार कार्यवाही की जाएगी।साथ ही मेडिकल टीम और डॉक्टरों से ड्रायवरों के बी?पी? शुगर और नेत्रो का भी परीक्षण किया जा रहा है और दुर्घटनाओं की रोकथाम के लिये लगातार प्रयास किये जा रहे हैं।