Ekta Parade 2025 में छत्तीसगढ़ की झांकी का चयन — बस्तर की विकास यात्रा पर केंद्रित थीम, मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने दी बधाई

00राष्ट्रीय एकता दिवस पर एकता नगर (गुजरात) में दिखेगा बस्तर का बदलता स्वरूप — प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह करेंगे अवलोकन00
रायपुर, 14 अक्टूबर 2025। राष्ट्रीय एकता दिवस (31 अक्टूबर) के अवसर पर गुजरात के एकता नगर (स्टैच्यू ऑफ यूनिटी) में आयोजित होने वाली एकता परेड-2025 में छत्तीसगढ़ राज्य की झांकी का चयन किया गया है। यह जानकारी भारत सरकार के गृह मंत्रालय द्वारा जारी सूची में दी गई है। सूची में जम्मू-कश्मीर, गुजरात, महाराष्ट्र, मणिपुर, उत्तराखंड, पुडुचेरी, अंडमान-निकोबार द्वीप समूह, एनडीआरएफ और एनएसजी की झांकियाँ भी शामिल हैं।
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने इस उपलब्धि पर राज्य के जनसम्पर्क विभाग की टीम को बधाई दी। उन्होंने कहा कि “यह चयन छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक विविधता, लोक परंपरा और एकता के भाव की राष्ट्रीय पहचान है। यह झांकी हमारे राज्य की ‘एकता में विविधता’ की गौरवशाली परंपरा को सजीव रूप में प्रस्तुत करेगी।”
मुख्यमंत्री ने बताया कि इस वर्ष छत्तीसगढ़ की झांकी बस्तर की बदलती पहचान और विकास यात्रा पर केंद्रित होगी। जनसम्पर्क विभाग द्वारा तैयार की जा रही यह झांकी बस्तर की जनजातीय अस्मिता, लोकनृत्य, वेशभूषा, ढोकरा कला, आदिवासी चित्रकला और आधुनिक विकास के समन्वय को दर्शाएगी।
झांकी का मुख्य संदेश होगा — “बस्तर बदलाव की राह पर: संघर्ष से विकास की ओर, भय से विश्वास की ओर।”
इसमें दिखाया जाएगा कि कभी संघर्ष और असमानता का प्रतीक रहा यह क्षेत्र आज शिक्षा, स्वास्थ्य, उद्योग और आधारभूत ढांचे के माध्यम से शांति और समृद्धि का नया चेहरा बन चुका है।
राज्य सरकार की पुनर्वास और विकासोन्मुख नीतियों ने नक्सल प्रभावित इलाकों में स्थायी परिवर्तन की नई दिशा दी है। यह झांकी न केवल बस्तर की सांस्कृतिक आत्मा को प्रदर्शित करेगी, बल्कि छत्तीसगढ़ के समग्र विकास, एकता और लोकगौरव की झलक भी पेश करेगी।
राष्ट्रीय एकता दिवस के अवसर पर आयोजित इस भव्य परेड में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह स्वयं उपस्थित रहेंगे और चयनित राज्यों की झांकियों का अवलोकन करेंगे।
मुख्यमंत्री साय ने कहा कि “छत्तीसगढ़ की झांकी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ के संकल्प को सशक्त करेगी और देश के सामने राज्य की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत, विकास यात्रा और सामाजिक एकता का उज्ज्वल उदाहरण प्रस्तुत करेगी।”