नवा रायपुर में देश का पहला डिजिटल आदिवासी संग्रहालय तैयार, राज्योत्सव पर पीएम मोदी करेंगे उद्घाटन — अंग्रेजी हुकूमत काल के 14 विद्रोहों की वीरता की झलक दिखेगी गैलरियों में

रायपुर, 15 अक्टूबर 2025 – नवा रायपुर, अटल नगर में अंग्रेजी हुकूमत के काल में हुए छत्तीसगढ़ के आदिवासी विद्रोहों को समर्पित देश के पहले पूर्णतः डिजिटल संग्रहालय का अंतिम रूप दिया जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी राज्योत्सव के अवसर पर इस संग्रहालय का उद्घाटन करेंगे। मुख्य सचिव विकास शील ने आज निर्माण स्थल का निरीक्षण कर तैयारियों का जायजा लिया।
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की पहल पर बनाया जा रहा यह संग्रहालय आदिवासी स्वतंत्रता संग्राम के वीर नायकों और उनके बलिदान की जीवंत झलक प्रस्तुत करेगा। संग्रहालय में स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान छत्तीसगढ़ में हुए 14 प्रमुख आदिवासी विद्रोहों के साथ-साथ जंगल सत्याग्रह और झंडा सत्याग्रह पर अलग-अलग गैलरियाँ बनाई गई हैं। आगंतुक इन गैलरियों में डाक्यूड्रामा और ऑडियो-विज़ुअल प्रस्तुति के माध्यम से इतिहास का अनुभव कर सकेंगे।
निरीक्षण के दौरान मुख्य सचिव शील ने निर्देश दिए कि संग्रहालय में प्रदर्शित सभी सामग्री और वस्तुएँ उनके मूल स्वरूप में ही प्रस्तुत की जाएं। उन्होंने ओरिएंटेशन रूम में डाक्यूड्रामा हल्बी-गोंडी और अन्य जनजातीय भाषाओं में तैयार करने के भी निर्देश दिए, ताकि स्थानीय संस्कृति का सशक्त प्रतिनिधित्व हो।
प्रमुख सचिव सोनमणि बोरा ने बताया कि संग्रहालय में आदिवासी विद्रोहों के इतिहास को 14 गैलरियों में दर्शाया गया है। उन्होंने अधिकारियों की बैठक लेकर लोकार्पण की तैयारियों की समीक्षा की और सभी विभागों से समन्वय बनाकर कार्य करने का आग्रह किया। बोरा ने कहा कि यह छत्तीसगढ़ के लिए गौरव का अवसर है कि देश का पहला डिजिटल आदिवासी संग्रहालय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा लोकार्पित किया जाएगा।
संग्रहालय के लोकार्पण के लिए सुरक्षा और सौंदर्यीकरण का कार्य भी पूरी तेजी से चल रहा है। प्रमुख सचिव बोरा ने कहा कि मार्ग पर स्ट्रीट लाइट, रंग-रोगन और गार्डनिंग के काम समय पर पूर्ण हों और संग्रहालय क्षेत्र में 24 घंटे विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित की जाए।
बैठक में संभागायुक्त महादेव कावरे, आयुक्त आदिम जाति विकास विभाग डॉ. सारांश मित्तर, छत्तीसगढ़ गृह निर्माण मंडल के आयुक्त अवनीश शरण, कलेक्टर गौरव सिंह, नगर निगम रायपुर के आयुक्त विश्वजीत, संचालक टीआरटीआई हिना अनिमेष नेताम, संचालक अंत्यावसायी विकास निगम डॉ. जगदीश कुमार सोनकर, अतिरिक्त कलेक्टर नम्रता जैन, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ. लाल उमेंद सिंह, डीआईजी छत्तीसगढ़ अग्निशमन एवं आपातकालीन सेवाएं सुरेश ठाकुर सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
यह संग्रहालय हल्बा विद्रोह, सरगुजा विद्रोह, भोपालपट्टनम विद्रोह, परलकोट विद्रोह, तारापुर विद्रोह, लिंगागिरी विद्रोह, कोई विद्रोह, मेरिया विद्रोह, मुरिया विद्रोह, रानी चौरिस विद्रोह, भूमकाल विद्रोह, सोनाखान विद्रोह और झंडा एवं जंगल सत्याग्रह जैसे आंदोलनों के वीर नायकों के संघर्ष को जीवंत रूप से प्रदर्शित करेगा।
संग्रहालय का उद्देश्य न केवल इतिहास को संरक्षित करना है, बल्कि युवा पीढ़ी में आदिवासी स्वतंत्रता संग्राम के प्रति जागरूकता और गर्व की भावना उत्पन्न करना भी है