आज की बड़ी ख़बरें : मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की मंत्रालय में बैठकें, डिप्टी CM अरुण साव की अहम प्रेसवार्ता, चैतन्य बघेल की रिमांड खत्म – कांग्रेस का प्रदेशव्यापी चक्काजाम

रायपुर, 22 जुलाई 2025 |छत्तीसगढ़ की राजनीति में हलचलें तेज हैं। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय आज मंत्रालय में अपने विभागीय कार्यों की समीक्षा करेंगे और अहम बैठकें लेंगे, वहीं डिप्टी मुख्यमंत्री अरुण साव की आज एक अहम प्रेसवार्ता होनी है। इधर, कांग्रेस ने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल की गिरफ्तारी के विरोध में प्रदेशभर में चक्काजाम का ऐलान किया है। आइए जानते हैं दिनभर की बड़ी खबरें –
🔷 मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय का मंत्रालय में व्यस्त दिन
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय आज मंत्रालय में विभागीय कार्यों की समीक्षा करेंगे। तय कार्यक्रम के अनुसार, वे 11:30 बजे से 1:30 बजे तक कार्यालयीन कार्य करेंगे और 3 बजे से 5 बजे तक अधिकारियों के साथ बैठक लेंगे। दोपहर 1:30 से 3 बजे तक का समय आरक्षित रखा गया है।
🔷 अरुण साव की बहुप्रतीक्षित प्रेसवार्ता आज दोपहर 3 बजे
डिप्टी मुख्यमंत्री अरुण साव आज दोपहर 3 बजे एकात्म परिसर में मीडिया को संबोधित करेंगे। यह प्रेसवार्ता तमनार मामले और शराब घोटाले में ईडी की कार्रवाई को लेकर हो सकती है। इससे पहले एक प्रस्तावित प्रेसवार्ता में उनके अनुपस्थित रहने पर कांग्रेस ने सवाल उठाए थे। अब माना जा रहा है कि वे विपक्ष के आरोपों का जवाब देंगे और कुछ नए खुलासे कर सकते हैं।
🔷 33 जिलों में कांग्रेस का चक्काजाम, आमजन होंगे प्रभावित
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल की गिरफ्तारी के विरोध में आज छत्तीसगढ़ कांग्रेस पूरे प्रदेश में चक्काजाम कर रही है। दोपहर 12 बजे से 2 बजे तक चलने वाले इस आंदोलन से आमजन को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। रायपुर में VIP रोड के श्रीराम मंदिर चौक, धरसींवा, धनेली सहित अन्य स्थानों पर नेशनल हाईवे को जाम किया जाएगा। वहीं बिलासपुर में सकरी-पेंड्रीडीह फ्लाईओवर के नीचे नाकेबंदी होगी। हालांकि स्कूली बसों और एम्बुलेंस को छूट दी गई है।
🔷 चैतन्य बघेल की रिमांड आज खत्म, ED कर सकती है पेश
शराब घोटाले में गिरफ्तार चैतन्य बघेल की रिमांड आज खत्म हो रही है। फिलहाल वह ईडी के रायपुर कार्यालय में है, जहां पूछताछ की जा रही है। ईडी की टीम आज उसे कोर्ट में पेश कर सकती है और संभावना है कि रिमांड अवधि बढ़ाने की मांग की जाए।
नजरें टिकी हैं आज के इन राजनीतिक घटनाक्रमों पर, जहां सत्ता और विपक्ष के बीच बयानबाजी और रणनीतियों का दौर और तेज होने वाला है।