भूपेश बघेल पर ईडी छापे को लेकर गरमाई सियासत: विजय शर्मा का तीखा वार – “संस्थाओं को बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं”

रायपुर। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के घर प्रवर्तन निदेशालय (ED) की छापेमारी के बाद अब इस मुद्दे पर सियासत गर्म हो गई है। भूपेश बघेल द्वारा दिए गए तीखे बयान पर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री और गृह मंत्री विजय शर्मा ने पलटवार करते हुए इसे “संस्थाओं को कमजोर करने का प्रयास” करार दिया है।
विधानसभा सत्र से पहले मीडिया से बातचीत में विजय शर्मा ने कहा, “ED एक केंद्रीय जांच एजेंसी है और वो वही काम कर रही है, जो पूर्ववर्ती सरकार में हुए भ्रष्टाचार की जांच से जुड़ा है। शराब घोटाला यहीं हुआ था, उसका कॉन्सेप्ट दिल्ली और झारखंड तक भी गया। यही वजह है कि ईडी की कार्रवाई हुई है।”
उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री को नसीहत देते हुए कहा, “देश की बड़ी संस्थाओं को लेकर इस तरह की बयानबाजी करना तंत्र को कमजोर करता है। उन्हें वह समय याद करना चाहिए जब 1975 में आपातकाल लगा था। जब इलेक्शन कमीशन को कोई नहीं जानता था और कैसे उसका इस्तेमाल किया गया था। आज वही लोग संवैधानिक संस्थाओं पर सवाल उठा रहे हैं।”
विपक्ष द्वारा विधानसभा में शराब घोटाले को उठाए जाने को लेकर विजय शर्मा ने कहा, “विष्णु देव सरकार में विपक्ष के किसी भी तार्किक मुद्दे पर विरोध का स्वागत है। हम लोकतांत्रिक व्यवस्था में विश्वास रखते हैं।”
गौरतलब है कि ईडी की छापेमारी के बाद भूपेश बघेल ने मीडिया से कहा था, “आज मेरे बेटे का जन्मदिन है। पिछले साल मेरे जन्मदिन पर ईडी भेजी गई थी। आज विधानसभा में अडानी का मामला उठना है, इसलिए मोदी-शाह ने अपने मालिक को खुश करने के लिए ईडी को मेरे घर भेज दिया है।”
भूपेश बघेल के इस बयान के बाद प्रदेश की राजनीति में नया बवाल खड़ा हो गया है और सत्ता-विपक्ष के बीच बयानबाज़ी और तीखी होती जा रही है।