हाथियों के आतंक से मिलेगी राहत: जशपुर के दूरस्थ गांवों में प्रधानमंत्री आवास योजना से मिल रहे पक्के मकान, विशेष पिछड़ी जनजातियों के जीवन में आ रहा बदलाव

रमेश शर्मा
जशपुर, 19 अप्रैल 2025
छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले में जंगलों से सटे गांवों में जंगली हाथियों के हमलों से जूझ रहे सैकड़ों ग्रामीणों को अब राहत मिलने वाली है। प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत जिला प्रशासन ने पहाड़ी कोरवा और बिरहोर जैसे विशेष पिछड़ी जनजाति समुदायों को पक्के मकान उपलब्ध कराकर उन्हें सुरक्षित जीवन की सौगात दी है।

कच्चे घर से पक्के मकान तक का सफर
जशपुर कलेक्टर रोहित व्यास की पहल पर कुनकुरी, मनोरा और बगीचा के दर्जन भर से अधिक दूरस्थ गांवों को चिन्हित किया गया है, जहां इन समुदायों के लोग पहले कच्ची झोपड़ियों में जीवन गुजार रहे थे। हाथियों के हमलों, जहरीले जीव-जंतुओं के खतरे और मौसम की मार से अब उन्हें राहत मिल रही है।
लाभार्थियों रामसखी देवी, शिव शंकर दास, अनुसुइया देवी और सौरभ कुमारी ने बताया कि प्रधानमंत्री आवास योजना ने उनके जीवन में बुनियादी बदलाव लाया है। पहले जहां घास-फूस के मकानों में डर के साये में जीवन चलता था, अब पक्के घरों में सुरक्षित महसूस हो रहा है।

अभूतपूर्व प्रगति: डेढ़ साल में 42,645 आवास स्वीकृत
पूर्ववर्ती सरकार में सात वर्षों में जहां केवल 61,784 आवास स्वीकृत हुए थे, वहीं विष्णुदेव साय सरकार ने डेढ़ साल में ही 42,645 आवास स्वीकृत कर एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की है।
जिला प्रशासन ने आवास योजना को सर्वोच्च प्राथमिकता दी है। हर गांव में सर्वेक्षण के लिए अधिकारियों की टीमें भेजी जा रही हैं। जनपद अधिकारी, पंचायतकर्मी और आवास मित्र खुद निर्माण स्थलों पर जाकर निरीक्षण कर रहे हैं।
मोर दुआर साय सरकार महाभियान से नई ऊर्जा
15 से 30 अप्रैल तक चल रहे “मोर दुआर साय सरकार महाभियान” के तहत कलेक्टर रोहित व्यास और जिला पंचायत सीईओ अभिषेक सिंह स्वयं दूरस्थ गांवों में जाकर सर्वेक्षण का निरीक्षण कर रहे हैं।
ग्राम बालाछापर में सीईओ अभिषेक सिंह ने 20 से अधिक घरों में जाकर हितग्राहियों से सीधा संवाद किया और उन्हें सरकारी योजनाओं की जानकारी दी। कुनकुरी जनपद के सीईओ प्रमोद शुक्ला ने बताया कि वनांचल के ग्रामीण स्वयं उत्साह से पक्के मकान बनाने में लगे हैं।
सख्त निगरानी और जवाबदेही
कलेक्टर रोहित व्यास ने बताया कि स्वीकृत आवासों के निर्माण की प्रतिदिन समीक्षा की जा रही है और मानसून पूर्व 25 से 30 प्रतिशत निर्माण पूर्ण करने का लक्ष्य रखा गया है।
समय पर कार्य पूरा करने वाले हितग्राहियों को उपहार दिए जाएंगे। वहीं, लापरवाही बरतने वाले कुछ आवास मित्रों को बर्खास्त किया गया है।