Indore Bawadi Accident : इंदौर बावड़ी हादसा, मृतक संख्या 35 हुई, 1 लापता, सेना जुटी
Bawadi Accident । इंदौर रामनवमी हादसे में मरने वालों की संख्या 35 हो गई है। एक शख्स अब भी लापता बताया गया है। सेना तलाशी में जुटी है। बता दें, स्नेह नगर के पास पटेल नगर में श्री बेलेश्वर महादेव झूलेलाल मंदिर परिसर में बनीं बावड़ी के ऊपर की छत धंसने से कई लोग बावड़ी में गिर गए थे। गुरुवार सुबह करीब 11.30 बजे की घटना के बाद से शुक्रवार देर रात तक चले चले रेस्क्यू अभियान में 35 शव निकाले जा चुके हैं। मृतकों में महिलाएओं और बच्चे भी शामिल हैं। एक घायल की अस्पताल ले जाने के दौरान मौत हो गई। मृतकों में एक सास-बहू भी शामिल हैं। एक दर्जन से अधिक शव सेना ने देर रात निकाले। सेना का रातभर चला अभियान अल सुबह भी जारी रहा।
बावड़ी में अभी भी कुछ लोगों के दबे होने की आशंका जताई जा रही है। इससे मृतक संख्या बढ़ने का अंदेशा है। करीब एक दर्जन लोगों के गुमशुदा होने की बात सामने आ रही है। मौके पर सेना का दल भी पहुंच गया है।
सेना ने मोर्चा संभालते ही निकाले शव
महू से आई सेना की तीन टुकड़ियों के 70 जवानों ने रेस्क्यू का मोर्चा संभाला । रात करीब 11 बजे बाद सेना के जवान बावड़ी में उतरे और एक साथ चार शवों को बाहर निकाला । इसमें तीन पुरूष और एक महिला का शव था।बावड़ी में पानी के रिसाव के बीच सरिये काटकर सेना के जवान नीचे पहुंचे। शवों को बाहर निकालते ही एमवाय पहुंचाया गया ।
घटनास्थल पर पहुंचे कांग्रेस नेता जीतू पटवारी और अरविंद बागड़ी को लोगों के आक्रोश का सामना करना पड़ा। पुलिस ने उन्हें भीड़ से बचाकर निकाला।
प्रदेश के गृहमंत्री डाक्टर नरोत्तम मिश्रा ने इस हादसे पर दुख जताते हुए कहा कि घटना की जांच के आदेश दे दिए गए हैं।हादसे में मृत लोगों के परिजन उनके शरीर के अंग दान कर रहे हैं। कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह शाम को घटना स्थल पर पहुंचे।
इनकी आंखें दान की गई
1. दक्षा पटेल
2. इंद्र कुमार
3. भूमिका खानचंदानी
4. लक्ष्मी पटेल
5. मधु भम्मानी
6. जयंतीवाई
7. भारती कुकरेजा
8. कनक पटेल
इनकी त्वचा दान की गई
1. इंद्र कुमार
2. भूमिका खानचंदानी
3. जयंतीबाई
केंद्र सरकार और राज्य सरकार ने की मुआवजे की घोषणा
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इंदौर में पुरानी निजी बावड़ी के धंस जाने से कुछ लोगों की असामयिक मृत्यु पर गहरा दुख व्यक्त किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि है यहघटना दुर्भाग्यपूर्ण है। अनेक प्रयासों के बाद कुछ नागरिकों को बचाया नहीं जा सका। घटना की जांच के निर्देश दिए गए हैं। सरकार पीड़ित परिवारों के साथ खड़ी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि घटना में दिवंगत लोगों के परिजन को पांच पांच लाख रुपए की राहत राशि प्रदान की जाएगी। घायलों के नि: शुल्क उपचार के साथ 50 हजार प्रति घायल को राशि प्रदान की जाएगी।
प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से मृतकों के स्वजनों को 2-2 लाख रुपये और घायलों को 50-50 हजार रुपये का मुआवजा देने का ऐलान किया गया है।