रायपुर में विश्व मानक दिवस: मुख्यमंत्री ने दिलाई गुणवत्ता की शपथ, छत्तीसगढ़ में स्वर्णकला बोर्ड गठन का दिया भरोसा

रायपुर, 15 अक्टूबर 2025 पंडित दीनदयाल उपाध्याय ऑडिटोरियम में विश्व मानक दिवस के अवसर पर आयोजित मानक महोत्सव में मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने जनता को गुणवत्ता की शपथ दिलाई और कहा कि गुणवत्ता ही आत्मनिर्भर भारत की असली पहचान है। उन्होंने कहा कि हर क्षेत्र में मानकों का पालन पारदर्शिता, उपभोक्ता अधिकारों की सुरक्षा और नवाचार के लिए अनिवार्य है।

मुख्यमंत्री ने भारतीय मानक ब्यूरो (बीआईएस) के कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि बीआईएस का हॉलमार्क अब उपभोक्ता विश्वास का प्रतीक बन चुका है। उन्होंने मानक केवल नियम नहीं, बल्कि राष्ट्र निर्माण की रीढ़ होने पर जोर दिया। इस अवसर पर विभिन्न संस्थाओं और मानक क्लबों को सम्मानित किया गया और बीआईएस व अन्य संस्थानों द्वारा लगाए गए स्टालों का मुख्यमंत्री ने अवलोकन किया। उन्होंने बीआईएस केयर ऐप को उपभोक्ताओं के सशक्तिकरण की दिशा में बड़ी उपलब्धि बताया।
कार्यक्रम में खाद्य मंत्री दयालदास बघेल ने कहा कि ‘जागो ग्राहक जागो’ का संदेश समाज में गुणवत्ता और सजगता का प्रतीक है।

स्वर्णकला बोर्ड गठन की मांग
छत्तीसगढ़ ज्वेलर्स एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष कमल सोनी ने मुख्यमंत्री के समक्ष सराफा उद्योग की प्रमुख मांग, स्वर्णकला बोर्ड के गठन का प्रस्ताव रखा। उन्होंने बताया कि जैसे मध्यप्रदेश और राजस्थान में बोर्ड हैं, वैसे ही छत्तीसगढ़ में भी सुनारी कला और कारीगरों के संरक्षण के लिए बोर्ड बनना चाहिए।
कमल सोनी ने बताया कि BSI सराफा लागू होने से प्रदेश के सराफा व्यापार में पारदर्शिता और उपभोक्ता विश्वास बढ़ा है। मुख्यमंत्री ने इस मांग को लोकहित से जुड़ा विषय बताते हुए सकारात्मक आश्वासन दिया कि सरकार शीघ्र निर्णय करेगी। उन्होंने कहा कि सराफा व्यवसाय से जुड़ी नीतियों को सरल और पारदर्शी बनाया जाएगा, ताकि व्यापार को नई गति मिले।
कार्यक्रम में एनआईटी रायपुर के निदेशक एन. व्ही. रमन्ना राव, चेम्बर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष सतीश थोरानी, इस्पात प्राधिकरण के कार्यकारी निदेशक ए. के. चक्रवर्ती, कैट अध्यक्ष परमानंद जैन और स्टील रिरोलर्स संघ के अध्यक्ष संजय त्रिपाठी सहित कई गणमान्य उपस्थित रहे।
मुख्यमंत्री ने कहा, “जब हर नागरिक गुणवत्ता को अपना धर्म मानेगा, तभी सच्चे अर्थों में विकसित भारत का स्वप्न साकार होगा।”