Bangladesh में हसीना पर आज फैसला! हत्या–साजिश के गंभीर आरोप, कोर्ट बोले—सबसे कड़ी सजा की हकदार

दिल्ली। बांग्लादेश की राजनीति आज एक ऐतिहासिक मोड़ पर पहुंचने वाली है। अंतरराष्ट्रीय अपराध न्यायाधिकरण (ICT) आज पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के खिलाफ चल रहे बहुचर्चित मामले में फैसला सुनाने जा रहा है। उनपर हत्या, साजिश और मानवाधिकार उल्लंघन समेत 5 गंभीर आरोप लगे हैं। इन आरोपों की सुनवाई 23 अक्टूबर को पूरी हुई थी और उसके बाद अदालत ने फैसला सुरक्षित रख लिया था।
◼ 400 पेज का फैसला, 6 भागों में तैयार
ICT ने इस केस पर 400 पेज का विस्तृत फैसला तैयार किया है, जिसे 6 अलग-अलग हिस्सों में बांटा गया है। कोर्ट का कहना है कि फैसले को “रिकॉर्ड में पढ़कर दर्ज” किया जा रहा है, जिसके कारण अदालत में अंतिम निर्णय आने में समय लग सकता है।
◼ जजों की तीन सदस्यीय बेंच सुना रही है फैसला
मामले की सुनवाई जस्टिस मोहम्मद गोलाम मजूमदार की अध्यक्षता में तीन जजों की बेंच कर रही है। इस केस में शेख हसीना के अलावा,
– पूर्व गृह मंत्री असदुज्जमां खान कमाल
– पूर्व पुलिस महानिरीक्षक चौधरी अब्दुल्ला अल
भी आरोपी के रूप में शामिल हैं।
कोर्ट को कई रिपोर्ट्स और साक्ष्य मिले हैं, जिनमें दावा किया गया है कि शेख हसीना ने प्रदर्शनकारियों पर कार्रवाई का आदेश दिया था, जिसके चलते कई लोगों की मौत हुई।
◼ फांसी की मांग पर हसीना का बड़ा बयान
देश में शेख हसीना के विरोधी उनके लिए फांसी की मांग कर रहे हैं। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने कहा कि उनपर लगे आरोप गलत हैं और उन्हें किसी भी फैसले का डर नहीं है।
उन्होंने कहा—
“मुझे फर्क नहीं पड़ता। जिंदगी अल्लाह ने दी है और वही वापस ले लेंगे। मुझे बांग्लादेश के लोगों पर भरोसा है कि वे भ्रष्ट और उग्रवादी ताकतों को उखाड़ फेंकेंगे।”
हसीना ने आगे कहा कि वो जीवित हैं और देशहित के लिए काम करती रहेंगी। उन्होंने रोहिंग्या शरणार्थियों को दी गई शरण का उल्लेख करते हुए खुद पर लगे मानवाधिकार उल्लंघन के आरोपों को खारिज किया।
◼ फैसला कब?
फैसला आज किसी भी समय अदालत में घोषित किया जा सकता है। पूरे दक्षिण एशिया की निगाहें इस न्यायिक निर्णय पर टिकी हुई हैं, जो बांग्लादेश के राजनीतिक भविष्य को गहराई से प्रभावित कर सकता है।



