dismissed कार्यवाहक सरपंच को बर्खास्त करने ग्रामीणो ने की मांग, सामूहिक इस्तीफा की धमकी

dismissed गरियाबंद । ग्राम पंचायत कोपरा के पंचगण एवं ग्रामवासी है जो कार्यवाहक सरपंच योगेश्वरी साहू की मनमानी एवं कार्यशैली से आहत एवं भयभीत है जिनकी जाँच में उन्हें दोषी पाया गया है जनहित एवं गांव के विकास हेतू उनका पद पर रहना उचित नहीं।जनहित को ध्यान देते हुए जॉच प्रतिवेदन के आधार पर छ.ग. पंचायत राज अधिनियम 1993 की धारा 40 ( 1 ) ( क ) ( ख ) के तहत कार्यवाही कर पद बर्खास्त करने की मांग किया गया।
dismissed वही शिकायत पत्र के आधार पे ग्रामीणों ने बताया कि बाजार निलामी के 80 हजार रूपया तथा जलाउ लकड़ी के निलामी 15000 हजार रूपया कुला राशि 95000 हजार का गबन सरपंच योगेश्वरी साहू के द्वारा किया गया जिनकी जानकारी पंचो को नहीं है पंचो के द्वारा पुछने पर नहीं बताया गया।यही बात ग्रामसभा में रखने पर सरपंच के द्वारा कोई उत्तर नहीं मिला एवं सरपंच पति भानूप्रताप साहू के द्वारा ग्रामीणों के उपर चिल्लाकर बोल गया हिसाब नहीं देंगे,कलेक्टर के पास शिकायत कर दो मेरा कुछ नहीं बिगाड़ सकता इन शब्दों से ग्रामीणो में अशांति को महौल बना है।
dismissed वही ग्राम कोपरा में जब से कार्यवाहक सरपंच योगेश्वरी साहू को कार्यभार मिला है,गांव में किसी भी प्रकार की महात्मा गांधी रोजगार गारंटी का कार्य नहीं कराया गया जिससे गरीब मजदूरों को आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ा और शासन द्वारा मनरेगा के लिए स्वीकृत राशि का उपयोग जनहित में नहीं हो पाया जिससे मजदूर वर्ग के ग्रामीण भारी आसंतुष्ट है।साथ ही ग्रामवासियों तथा ग्रामपंचायत कोपरा के द्वारा करीब 7-8 सालों से संचालित शिव बाबा कोपेश्वर नाथ गौशाला में ग्राम पंचायत के सरपंच द्वारा कोई सहयोग न मिलने पर मवेशियों की हालत को देखते हुए गौशाला समिति के अध्यक्ष तथा सभी सदस्यगण पंचायत मिटिंग में आकर गौशाला की कार्यवाही पंजी तथा चाबी को समस्त ग्राम पंचायत के सदस्यों के सामने सरपंच को यह कहते हुए सौपा की आपके द्वारा कोई भी सहयोग नहीं हो रहा है !
dismissed जिसे हम गौशाला चलाने में असमर्थ है और आज से इसकी जिम्मेदारी हम आपको देते है उसके बाद सरपंच पति भानूप्रताप साहू जो कि हमारे ग्राम कोपरा के कृषि समिति के अध्यक्ष है जो कृषि समिति के कुछ सदस्यों द्वारा गौशाला में रखे हुए गौवंश को जंगल में लेजाकर छोडऩे के बहाने लगभग 300 गायों बछड़ो एवं गांव में घुमन्तु अनेको गाय को रातो – रात जंगल छोडऩे के बहाने से बेच दिया गया जिसका लिखित शिकायत पुलिस अधिक्षक एवं थाना पाण्डुका में दिया गया !
dismissed इस संबंध में अब तक कोई कार्यवाही नहीं किया गया है।इस सभी शिकायतों का आवेदन कलेक्टर के समक्ष दिया गया ताकि गाय पर हुए अत्याचार को बचाने की मुहिम को सफलता मिले। वहीं आवेदन में कहा गया कि 7 दिवस के भीतर कार्यवाहक सरपंच को बर्खास्त कर उचित निर्णय नहीं लिया गया तो ग्राम पंचायत कोपरा के पंचो द्वारा सामुहिक स्तीफा देकर कलेक्टर ऑफिस के सामने धरना आंदोलन किये जाने की बात कही गई,जिसकी सम्पूर्ण जिम्मदारी शासन – प्रशासन की होगी ।