बीजापुर में सुरक्षाबलों की ताबड़तोड़ कार्रवाई का बड़ा असर: कर्रेगट्टा की पहाड़ियों से टूटे नक्सली, 24 ने किया सरेंडर, लाखों के इनामी भी शामिल

बीजापुर, 28 अप्रैल 2025
छत्तीसगढ़ में नक्सलवाद के खिलाफ चल रही लड़ाई अब अपने अंतिम चरण में पहुंचती नजर आ रही है। बीते सात दिनों से बीजापुर और तेलंगाना की सीमा पर स्थित कर्रेगट्टा की पहाड़ियों में सुरक्षाबलों का बड़ा ऑपरेशन जारी है। इसी अभियान के दौरान पुलिस को एक बड़ी कामयाबी मिली है।
सरकार की “नियद नेल्लानार” योजना और पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर 24 नक्सलियों ने पुलिस के सामने आत्मसमर्पण किया है। आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों में से 14 पर कुल 28.50 लाख रुपये का इनाम घोषित था। ये सभी फायरिंग, आईईडी ब्लास्ट और आगजनी जैसी गंभीर हिंसक घटनाओं में संलिप्त रहे हैं।
पुलिस अधिकारियों ने आत्मसमर्पण करने वाले प्रत्येक नक्सली को 50-50 हजार रुपये की नगद सहायता राशि प्रदान की। यह आत्मसमर्पण सीआरपीएफ डीआईजी देवेन्द्र सिंह नेगी, पुलिस अधीक्षक डॉ. जितेन्द्र यादव, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक यूलेण्डन यार्क, डीएसपी शरद जायसवाल और उप पुलिस अधीक्षक विनीत साहू की उपस्थिति में संपन्न हुआ।
बताया गया कि वर्ष 2025 में अब तक कुल 203 माओवादी पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर चुके हैं। इसके अलावा 213 माओवादियों को गिरफ्तार किया गया है और 90 माओवादी सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ों में मारे गए हैं।
सरकार का दावा है कि यह सफलता राज्य में शांति और विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।