BREAKING : ऑपरेशन सिंदूर के बाद एलओसी पर तनाव चरम पर, पाक गोलीबारी में 10 नागरिकों की मौत

नई दिल्ली। 22 अप्रैल को पहलगाम हमले के जवाब में भारत द्वारा चलाए गए ऑपरेशन सिंदूर के बाद नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर हालात बेहद तनावपूर्ण हो गए हैं। बुधवार को पाकिस्तान की ओर से की गई भारी गोलीबारी में 10 भारतीय नागरिकों की मौत हो गई, जबकि 33 अन्य घायल हुए हैं। जवाबी कार्रवाई में भारतीय सेना ने कुपवाड़ा और राजौरी-पुंछ सेक्टरों में पाकिस्तानी चौकियों को भारी नुकसान पहुंचाया।
भारत ने पीओजेके और पाकिस्तान में मौजूद लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद और हिजबुल मुजाहिदीन के नौ आतंकी शिविरों को निशाना बनाकर सटीक हमला किया। लक्षित स्थलों में मुरीदके, बहावलपुर, गुलपुर, सवाई, बिलाल कैंप, कोटली कैंप, बरनाला कैंप, सरजाल कैंप और महमूना कैंप शामिल थे। यह ऑपरेशन सेना, वायुसेना और नौसेना के समन्वय से अंजाम दिया गया। वायुसेना के सभी पायलट सुरक्षित लौटे हैं।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने अग्रिम इलाकों से नागरिकों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि “नागरिकों की सुरक्षा भारत की प्राथमिकता है।” शाह सीमा सुरक्षा बल के महानिदेशक दलजीत सिंह चौधरी, जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा और मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला से लगातार संपर्क में हैं।
पाकिस्तान ने छह स्थानों पर हमलों और आठ नागरिकों की मौत का दावा किया है, जिसे भारत ने सिरे से खारिज किया है। राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो के साथ बातचीत में स्पष्ट किया कि हमले केवल आतंकी ठिकानों पर केंद्रित थे। भारत सरकार ने यह भी स्पष्ट किया है कि किसी पाकिस्तानी नागरिक, आर्थिक या सैन्य ठिकाने को निशाना नहीं बनाया गया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद पूरे घटनाक्रम पर करीबी नजर बनाए हुए हैं। पूरे दिन एलओसी पर तोपखाने की भारी गड़गड़ाहट गूंजती रही और स्थिति अब भी गंभीर बनी हुई है।