सोमवती अमावस्या 26 मई को: भगवान शिव और पितरों की कृपा पाने का दुर्लभ योग, करें ये विशेष उपाय

नई दिल्ली। ज्येष्ठ माह की अमावस्या तिथि इस वर्ष सोमवार, 26 मई को पड़ रही है। यह दिन सोमवती अमावस्या के रूप में मनाया जाएगा, जिसे शास्त्रों में अत्यंत पुण्यदायी माना गया है। सोम और अमावस्या का संयोग विशेष फलदायी होता है। इस दिन भगवान शिव की कृपा के साथ-साथ पितरों का आशीर्वाद प्राप्त करने का भी श्रेष्ठ अवसर माना गया है।
शिव जी को प्रसन्न करने के उपाय
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, सोमवती अमावस्या के दिन भगवान शिव की विधिपूर्वक आराधना करने से सभी प्रकार के दोष समाप्त होते हैं और साधक को शिव कृपा प्राप्त होती है। इस दिन शिवलिंग पर जल, दूध, दही, शहद और घी से अभिषेक करें तथा “ॐ नमः शिवाय” मंत्र का जाप करते रहें। साथ ही महादेव को खीर या सफेद मिठाई का भोग अर्पित करना शुभ माना गया है।
पितरों के लिए करें ये कार्य
सोमवती अमावस्या को पितरों की शांति और कृपा के लिए तर्पण, श्राद्ध और दान-पुण्य करना अत्यंत लाभकारी होता है। इस दिन पीपल वृक्ष की पूजा, पितृ चालीसा का पाठ और गाय की सेवा करने से पितृ दोष दूर होता है और परिवार में सुख-शांति बनी रहती है।
स्नान-दान से मिलता है पुण्य
इस पावन तिथि पर प्रातःकाल पवित्र नदी में स्नान करना अत्यंत पुण्यकारी माना गया है। यदि नदी स्नान संभव न हो, तो घर पर गंगाजल मिलाकर स्नान करें। इस दिन जरूरतमंदों को अन्न, वस्त्र और धन का दान अवश्य करें। इससे पितृ प्रसन्न होते हैं और महादेव का आशीर्वाद प्राप्त होता है।
इन चीजों का करें दान
सोमवती अमावस्या पर विशेष रूप से सफेद वस्तुओं का दान करने की परंपरा है। इसमें चावल, दही, मिश्री, सफेद वस्त्र, खीर और सफेद मिठाई प्रमुख हैं। मान्यता है कि इन वस्तुओं का दान करने से न केवल पितृ तृप्त होते हैं, बल्कि कुंडली में चंद्र दोष भी शांत होता है।
इस सोमवती अमावस्या पर करें ये उपाय और पाएं शिव व पितरों की विशेष कृपा।