पत्नी से अवैध संबंध के शक में रायगढ़ में ग्राम सचिव की सुपारी देकर हत्या, 3 आरोपी गिरफ्तार – जेल में बंद कैदी निकला साजिशकर्ता

रायगढ़, 1 अगस्त 2025 छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले से सनसनीखेज मर्डर केस सामने आया है, जहां ग्राम सचिव जयपाल सिंह सिदार की सुपारी देकर हत्या कर दी गई। हत्या की साजिश रायगढ़ के फुटहामुड़ा निवासी शिव साहू ने रची, जो पहले से ही हत्या के एक मामले में जेल में बंद है। उसे शक था कि ग्राम सचिव का उसकी पत्नी से अवैध संबंध है। इसी रंजिश में उसने जयपाल को रास्ते से हटाने की साजिश रच डाली।
पुलिस जांच में खुलासा हुआ कि शिव साहू ने शुभम गुप्ता नामक युवक को एक लाख रुपए में सुपारी दी थी। 10 हजार रुपए एडवांस में दिए गए थे। शुभम ने अपने दो साथियों कमलेश यादव और मदन गोपाल के साथ मिलकर जयपाल की 7 जुलाई को चलती कार में गला घोंटकर हत्या कर दी और शव को सिसरिंगा घाटी के जंगल में फेंक दिया।
ऐसे रची गई हत्या की साजिश
जयपाल सिंह सिदार (43 वर्ष), पाकरगांव के ग्राम सचिव थे। शुभम गुप्ता प्रधानमंत्री आवास योजना में आवास मित्र के पद पर कार्यरत था। 7 जुलाई की सुबह जयपाल ने अपने बच्चे को स्कूल छोड़ा, उसी दौरान शुभम ने फोन कर उसे कोतबा बुलाया। जयपाल की कार में ही शुभम और उसके दो साथी सवार हुए। रास्ते में चलती कार में गमछे से गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी गई।
हत्या के बाद आरोपियों ने जयपाल का मोबाइल बंद कर दिया, शव को सिसरिंगा घाटी के जंगल में फेंका और मोबाइल को मैनपाट के जंगल में नष्ट कर दिया। सबूत मिटाने के लिए गमछा जला दिया और कुछ दिन तक जयपाल की कार भी चलाते रहे। 21 जुलाई को कार को लाखा के पास लावारिस हालत में छोड़ दिया गया।
23 दिन बाद मिला सड़ा-गला शव
जयपाल की गुमशुदगी की रिपोर्ट 7 जुलाई को दर्ज हुई थी। पुलिस उसे लापता मानकर तलाश कर रही थी। आखिरकार 23 दिन बाद सिसरिंगा घाटी के जंगल से ग्राम सचिव का सड़ा-गला शव बरामद हुआ।
फोन कॉल से खुला राज
जयपाल की कार बरामद होने के बाद पुलिस ने 7 जुलाई के मोबाइल रिकॉर्ड खंगाले। फोन डिटेल में शुभम का नंबर सामने आया। जब पुलिस ने शुभम पर नजर रखी और पूछताछ की, तो उसने जुर्म कबूल कर लिया। उसने बताया कि जेल में बंद शिव साहू ने सुपारी दी थी।
चार आरोपी, तीन गिरफ्तार
एसपी दिव्यांग पटेल ने बताया कि हत्या के इस मामले में चार आरोपी हैं – शुभम गुप्ता, कमलेश यादव, मदन गोपाल और मुख्य साजिशकर्ता शिव साहू। इनमें से तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। जेल में बंद शिव साहू के खिलाफ भी अतिरिक्त धाराओं में कार्रवाई की जा रही है।
हत्या का कारण – अवैध संबंधों का शक
शिव साहू की पत्नी पाकरगांव में रोजगार सहायिका है। उसे शक था कि पत्नी और जयपाल के बीच अवैध संबंध हैं। इसी शक में उसने जेल से ही हत्या की साजिश रच दी और पैरोल के दौरान शुभम को सुपारी देकर वारदात को अंजाम दिलाया।
यह मामला न केवल आपराधिक क्रूरता का उदाहरण है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि जेल में रहते हुए भी किस तरह से अपराधी साजिश रचने में सक्षम हो जाते हैं।