सोनिया गांधी ने रायबरेली की जनता को लिखा पत्र, अब चुनाव नहीं लड़ पाऊंगी, परिवार को संभाल लीजिएगा
रायबरेली: उत्तर प्रदेश के रायबरेली से सांसद सोनिया गांधी ने अपने संसदीय क्षेत्र के लोगों को भावुक चिट्ठी लिखी है। दरअसल, सोनिया गांधी ने बुधवार को जयपुर पहुंचकर राज्यसभा की सदस्यता के लिए नामांकन दाखिल किया है। ऐसे में रायबरेली संसदीय सीट छोड़ने की चर्चा तेज हो गई है। वर्ष 2019 में ही लोकसभा चुनाव के दौरान सोनिया गांधी ने अगला चुनाव न लड़ने की घोषणा की थी। अब वे राज्यसभा के जरिए अपनी राजनीति को आगे बढ़ाएंगी। ऐसे में उन्होंने पत्र लिखकर रायबरेली के प्रति अपनी भावनाओं का इजहार किया है। पत्र लिखा में उन्होंने रायबरेली की जनता से भावुक अपील करते हुए परिवार को संभाल लेने की बात कही है। उन्होंने लिखा है कि मैं जो भी हूं, वह रायबरेली की जनता के कारण हूं। मेरा भरोसा है कि आप हमारे परिवार को संभाल लेंगे। अपनी बढ़ती उम्र का हवाला देते हुए उन्होंने कहा की रायबरेली से मेरा पुराना नाता रहा है। परिवार का गहरा रिश्ता रहा है। स्वास्थ्य कारणों से लोकसभा चुनाव न लड़ने की बात भी उन्होंने कही है। उन्होंने अपनी उम्र का भी हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि दिल्ली में मेरा परिवार अधूरा है। रायबरेली आकर मेरा परिवार पूरा होता है।
सोनिया ने अपने पत्र में क्या लिखा?
सोनिया गांधी ने अपने पत्र में लिखा है कि मेरा परिवार दिल्ली में अधूरा है। वह रायबरेली आकर आप लोगों से मिलकर पूरा होता है। यह नेह- नाता पुराना है। अपनी ससुराल से मुझे सौभाग्य की तरह यह मिला है। रायबरेली के साथ हमारे परिवार के रिश्तों की जड़ें बहुत गहरी हैं। आजादी के बाद हुए पहले लोकसभा चुनाव में आपने मेरे ससुर फिरोज गांधी को यहां से जिताकर दिल्ली भेजा था। उसके बाद मेरी सास इंदिरा गांधी को आपने अपना बना लिया। उसके बाद से अब तक यह सिलसिला जिंदगी के उतार- चढ़ाव और मुश्किल भरी राह पर प्यार एवं जोश के साथ आगे बढ़ता गया है। इस पर हमारी आस्था मजबूत होती चली गई। इसी रोशन रास्ते पर आपने मुझे भी चलने की जगह दी।
इंदिरा- राजीव गांधी की हत्या का जिक्र
रायबरेली की जनता को लिखे गए पत्र में सोनिया गांधी ने अपनी सास इंदिरा गांधी और पति राजीव गांधी की हत्या का भी जिक्र किया। साथ ही, मोदी लहर को भी संकेतों में बताश है। पत्र में उन्होंने लिखा है कि सास और जीवनसाथी को हमेशा के लिए खोकर मैं आपके पास आई। आपने अपना आंचल मेरे लिए फैला दिया। पिछले दो चुनावों में विषम परिस्थितियों के बाद भी आप एक चट्टान की तरह मेरे साथ खड़े रहे। मैं यह कभी भूल नहीं सकती। यह कहते हुए मुझे गर्व है कि आज मैं जो कुछ भी हूं, आपकी बदौलत हूं। मैं इस भरोसे को हरदम निभाने की हरदम की है।
स्वास्थ्य और उम्र का दिया हवाला
सोनिया गांधी ने रायबरेली की जनता को लिखे गए पत्र में अपनी बढ़ती आयु और स्वास्थ्य का हवाला दिया है। इसे लोकसभा चुनाव में न उतरने का कारण गिनाया है। उन्होंने लिखा है कि अब स्वास्थ्य और बढ़ती उम्र के चलते मैं अगला लोकसभा चुनाव नहीं लडूंगी। इस निर्णय के बाद मुझे आपकी सीधी सेवा का अवसर नहीं मिलेगा। लेकिन, यह तय है कि मेरा मन, प्राण हमेशा आपके पास रहेगा। मुझे पता है कि आप हर मुश्किल में मुझे और मेरे परिवार को वैसे ही संभाल लेंगे, जैसे अब तक संभालते हैं। इसके साथ उन्होंने पत्र में रायबरेली के लोगों से जल्द मिलने का वादा भी किया है।