छत्तीसगढ़

धान कटाई के बीच संकट बना ‘मोंथा’ तूफान: बारिश और तेज हवाओं से फसल बर्बाद होने का खतरा, 8 जिलों में यलो अलर्ट – बस्तर की 2 ट्रेनें रद्द

रायपुर | 30 अक्टूबर 2025

साल भर की मेहनत के बाद जब किसानों की धान की फसल पककर तैयार हुई है, तभी चक्रवाती तूफान ‘मोंथा’ ने मुश्किलें बढ़ा दी हैं। प्रदेशभर में तेज हवा और बारिश से फसलें पानी में डूब रही हैं। किसानों के चेहरों पर चिंता की लकीरें साफ नजर आ रही हैं।

तेज हवा और बारिश से प्रदेश के कई हिस्सों में जनजीवन प्रभावित है। सूरजपुर जिले के किसान बताते हैं कि खेतों में पानी भर जाने से तैयार धान की फसल सड़ने लगी है, वहीं खलिहानों में रखा अनाज भी भीग गया है। किसानों का कहना है कि “हमारी थाली छिन रही है, अब परिवार का गुजारा मुश्किल होगा।” उन्होंने प्रशासन से राहत और मुआवजे की मांग की है।


⚠️ 8 जिलों में यलो अलर्ट

मौसम विभाग ने चक्रवात ‘मोंथा’ के असर को देखते हुए 8 जिलों — कोरिया, सूरजपुर, बलरामपुर, जशपुर, सरगुजा, रायगढ़, बिलासपुर और जीपीएम — में यलो अलर्ट जारी किया है। इन इलाकों में गरज-चमक के साथ तेज बारिश और आंधी की संभावना जताई गई है।


🚆 बस्तर से जाने वाली 2 यात्री ट्रेनें रद्द

तूफान के असर से बस्तर क्षेत्र में भी असर दिख रहा है। पिछले दो दिनों से दंतेवाड़ा, बीजापुर, जगदलपुर, सुकमा और नारायणपुर में ठंडी हवाएं चल रही हैं और कई जगह हल्की बारिश हो रही है। इस बीच ओडिशा और आंध्र प्रदेश की दिशा में जाने वाली दो यात्री ट्रेनें रद्द, जबकि दो अन्य शॉर्ट टर्मिनेट कर दी गई हैं।


☎️ यात्रियों के लिए हेल्पलाइन जारी

वाल्टेयर रेलमंडल ने यात्रियों की सुविधा के लिए जगदलपुर सहित प्रमुख स्टेशनों पर हेल्प डेस्क स्थापित किए हैं।
👉 हेल्पलाइन नंबर: 08912884714, 08912884715
यात्रा संबंधी सभी अपडेट इन्हीं नंबरों पर प्राप्त किए जा सकते हैं।


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Manish Tiwari

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