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“रायपुर में हाईटेक ठगों का पर्दाफाश: सब्जी बाजार से मोबाइल चोरी, पासवर्ड हैक कर 11 राज्यों में उड़ाए करोड़ों”

रायपुर, 23 जुलाई 2025 – छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में पुलिस ने एक अंतरराज्यीय हाईटेक मोबाइल चोर गिरोह का पर्दाफाश किया है। गिरोह के छह सदस्यों को गिरफ्तार किया गया है, जो सब्जी बाजार जैसे भीड़भाड़ वाले इलाकों में मोबाइल चोरी कर पासवर्ड क्रैक कर UPI के जरिए लाखों रुपए ट्रांसफर कर लेते थे। इस गैंग के तार देश के 11 राज्यों से जुड़े पाए गए हैं और शुरुआती जांच में करोड़ों रुपए के ट्रांजैक्शन का खुलासा हुआ है।

गिरफ्तार आरोपियों में 4 झारखंड और 2 पश्चिम बंगाल के निवासी हैं। पुलिस ने बताया कि आरोपी तीन लेयर में काम करते थे – एक मोबाइल चोरी करता, दूसरा पासवर्ड ब्रेक करता और तीसरा पैसा ट्रांसफर कर एटीएम से निकाल लेता था। टेक्निकल एक्सपर्ट की मदद से ये लोग मोबाइल लॉक तोड़कर डिजिटल वॉलेट्स को एक्सेस करते थे।

ऐसे हुआ पूरे गैंग का खुलासा

यह मामला तब सामने आया जब 22 जून को नागरिक आपूर्ति निगम में ड्राइवर के रूप में काम करने वाला मुन्नालाल पटेल गुढ़ियारी स्थित पहाड़ी चौक के सब्जी बाजार में सब्जी लेने गया था। इस दौरान उसकी जेब से मोबाइल चोरी हो गया और उसके फोन-पे अकाउंट से 99 हजार रुपए उड़ा लिए गए। पुलिस ने साइबर टीम की मदद से ट्रांजैक्शन को ट्रेस किया, जिससे पता चला कि राशि पश्चिम बंगाल के एक खाते में ट्रांसफर हुई है।

पुलिस जांच में खाता कोलकाता निवासी मुकेश कुमार के नाम पर निकला, लेकिन इसका इस्तेमाल शेख सुलेमान उर्फ राजन और अंकित शर्मा कर रहे थे। दोनों को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई, जिसके बाद गिरोह के चार अन्य सदस्यों को पकड़ा गया।

गिरोह का काम करने का तरीका

  • भीड़भाड़ वाले इलाके जैसे सब्जी बाजार में मोबाइल चोरी
  • टेक्निकल एक्सपर्ट की मदद से पासवर्ड क्रैक करना
  • UPI ऐप्स के जरिए राशि को अलग-अलग खातों में ट्रांसफर करना
  • फिर एटीएम के जरिए कैश निकाल लेना

SSP डॉ. लाल उमेद सिंह ने बताया कि आरोपियों के मोबाइल में करोड़ों रुपए के डिजिटल ट्रांजैक्शन के सबूत मिले हैं। साथ ही यह भी पता चला है कि गिरोह ने छत्तीसगढ़ के अलावा 11 राज्यों में इसी तरह की वारदातें की हैं। पुलिस अब इन राज्यों की साइबर सेल और पुलिस विभागों से संपर्क कर आगे की जांच कर रही है।

गिरोह के पास से जब्त सामान

  • चोरी के कई मोबाइल
  • लाखों रुपए का लेन-देन रिकॉर्ड
  • बैंक खाते और ATM कार्ड
  • टेक्निकल डिवाइसेज जो पासवर्ड क्रैकिंग में उपयोग किए जाते थे

निष्कर्ष: रायपुर पुलिस की इस कार्रवाई ने एक बड़े साइबर-चोरी नेटवर्क का भंडाफोड़ किया है, जिससे राज्य ही नहीं, देशभर में हो रही डिजिटल ठगी पर लगाम लगाने की उम्मीद जगी है। पुलिस अब अन्य सदस्यों की तलाश में जुटी है और जल्द ही और खुलासे होने की संभावना है।

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Manish Tiwari

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