जबलपुर समेत 12 जिलों में अत्यधिक बारिश के लिए रेड अलर्ट, डिंडौरी-शहडोल में स्कूल बंद करने के आदेश
मध्यप्रदेश में मानसून एक बार फिर झूमकर कर बरस रहा है। पूर्वी हिस्से में भारी बारिश हो रही है। डिंडौरी में नर्मदा नदी में उफान आ गया है। घाट डूब गए हैं। सुबह से लगातार जलस्तर बढ़ रहा है। दोपहर 1 बजे नर्मदा नदी के जोगी टिकरिया घाट के पुल पर पानी आ गया है। इससे डिंडौरी-जबलपुर मुख्य मार्ग बंद हो गया है। जबलपुर-कटनी रेलवे ट्रैक पर पानी के साथ मिट्टी बहकर आ गई। इस वजह से इंदौर-बिलासपुर ट्रेन का रूट डायवर्ट करना पड़ा। ट्रेन भोपाल से इटारसी पहुंची और यहां दो घंटे खड़ी रही। मुरैना में चंबल नदी जलस्तर गुरुवार सुबह 122.60 मीटर पर आ गया है। नदी का डेंजर लेवल 138 मीटर है। राजस्थान के कोटा बैराज से नदी में पानी छोड़ा जा रहा है। इस वजह से जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। शुक्रवार सुबह तक जबलपुर समेत 11 जिलों में रेड अलर्ट जारी किया है। यहां शुक्रवार सुबह 8.30 बजे तक अति भारी बारिश हो सकती है। 18 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट है।स्कूलों में दो दिन का अवकाशशहडोल और डिंडौरी जिलों में लगातार हो रही बारिश के चलते जिला प्रशासन ने स्कूलों में अवकाश घोषित कर दिया है। शहडोल कलेक्टर वंदना वैद्य ने बताया कि जिले में पिछले दो दिनों से लगातार बारिश हो रही है। जिस कारण कई नदी-नाले उफान पर हैं। इससे आवागमन में कई प्रकार की असुविधाओं का सामना करना पड़ रहा है। कई स्थानों पर जल भराव की स्थिति है। इस समस्या को देखते हुए जिला प्रशासन ने 3 और 4 अगस्त को जिले की सभी स्कूलों में तत्काल प्रभाव से अवकाश घोषित कर दिया है। कलेक्टर ने कहा कि कोई भी स्कूल इस आदेश के विरुद्ध कार्य नहीं करें। यह आदेश जिले के सभी निजी स्कूलों पर भी प्रभावी होगा। डिंडौरी जिले में लगातार बारिश के कारण 4 अगस्त को सभी सरकारी और निजी स्कूलों की छुट्टी रहेगी। कलेक्टर विकास मिश्रा ने यह आदेश जारी किया है। कैसा रहा बीता दिनमौसम केंद्र की रिपोर्ट कह रही है कि बीते 24 घंटों के दौरान प्रदेश के रीवा, जबलपुर, शहडोल, सागर, नर्मदापुरम एवं ग्वालियर संभागों के जिलों में अधिकांश स्थानों पर, भोपाल व चंबल संभागों के जिलों में अनेक स्थानों पर, इंदौर संभाग के जिलों में कुछ स्थानों पर तथा उज्जैन संभाग के जिलों में कहीं-कहीं वर्षा दर्ज की गई। बिछिया में 240, गोहपारु में 230, रायपुरा में 200, निवास, सेमरिया में 190, मवई में 180, बिलहीर, कुंडम में 170, अनूपपुर, जबेरा, उमरियापान में 160, मोहगांव, अमरकंटक, पवाई, बाकल, जयसिंह नगर, वेंकटनगर में 150, रीठी, बहोरीबंद में 140, पनागर में 130, बीजाडांडी, कुसमी, हटा, स्लीमनाबाद, सिहोरा, बरेला, रांझी, देवेंद्रनगर, कटनी में 130 मिलीमीटर बारिश हुई है। अगले 24 घंटे भी भीगेगा प्रदेशअगले 24 घंटों के लिए मौसम विभाग का पूर्वानुमान बता रहा है कि रीवा, शहडोल, जबलपुर, सागर, भोपाल, नर्मदापुरम, ग्वालियर एवं चंबल संभागों के जिलों में तथा बुरहानपुर, खंडवा जिलों में अधिकांश स्थानों पर, खरगोन, बड़वानी, अलीराजपुर, झाबुआ, धार, इंदौर, रतलाम, उज्जैन, देवास, शाजापुर, आगर जिलों में अनेक स्थानों पर, मंदसौर-नीमच जिलों में कुछ स्थानों पर वर्षा या गरज-चमक के साथ बौछारे पड़ सकती हैं। यहां के लिए चेतावनी जारीमौसम विभाग ने अगले 24 घंटों के लिए चेतावनी भी जारी की है। रेड अलर्ट- जबलपुर, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, मंडला, बालाघाट, डिंडौरी, विदिशा, रायसेन, नर्मदापुरम, बैतूल जिलों में कुछ स्थानों पर अत्यधिक बारिश होने की संभावना है। इस दौरान यहां आठ-नौ इंच तक बारिश हो सकती है। साथ ही कटनी, पन्ना जिलों में कुछ स्थानों पर अतिभारी बारिश की संभावना है। यहां सात-आठ इंच तक पानी गिर सकता है। ऑरेंज अलर्ट- रीवा, सतना, अनूपपुर, शहडोल, उमरिया, दमोह, सागर, छतरपुर, टीकमगढ़, निवाड़ी, हरदा, गुना, अशोकनगर, शिवपुरी, भिंड, दतिया जिलों में कुछ स्थानों पर अति भारी बारिश की संभावना है।यलो अलर्ट- सीधी, सिंगरौली, सीहोर, भोपाल, राजगढ़, बुरहानपुर, खंडवा, धार, इंदौर, देवास, शाजापुर, ग्वालियर, दतिया, मुरैना, श्योपुरकलां जिलों में कहीं-कहीं भारी बारिश हो सकती है। इस दौरान यहां तीन इंच तक पानी गिर सकता है। क्यों बन रहा ऐसा मौसममौसम वैज्ञानिकों के अनुसार झारखंड के आसपास बना गहरा कम दबाव का क्षेत्र पश्चिम-उत्तर पश्चिम दिशा में आगे बढ़ रहा है। उत्तरी छत्तीसगढ़ के आसपास अवदाब के रूप में बना हुआ है। इसके उत्तर-पूर्वी मध्य प्रदेश में पहुंचने की संभावना है। इस दमदार वेदर सिस्टम के प्रभाव से पूर्वी मध्य प्रदेश के जबलपुर, शहडोल, रीवा, सागर संभाग के जिलों में भारी वर्षा हो रही है। इसके अलावा भोपाल, नर्मदापुरम, उज्जैन, ग्वालियर, इंदौर संभाग में भी मध्यम स्तर की वर्षा हो रही है। रुक-रुककर वर्षा का सिलसिला शुक्रवार को भी जारी रह सकता है। ट्रफ लाइन और कम दबाव का एरिया बनने से पूर्वी मध्यप्रदेश में 5 अगस्त तक तेज बारिश होने का अनुमान है।